आईपीएल 2018 का फाइनल मुकाबला काफी शानदार साबित हुआ. यह मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया. आईपीएल की शुरुआत से ही दोनों टीमों का प्रदर्शन काफी शानदार साबित हुआ है. इसी के साथ ही जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने आईपीएल 2018 जीत लिया.
वॉटसन ने दिया अहम योगदान
फाइनल मुकाबले में महेंद्र सिंह धोनी की टीम ने सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हरा दिया. चेन्नई की इस जीत में उसके ओपनर शेन वॉटसन का अहम योगदान रहा, जिन्होंने महज 57 गेंदों पर नाबाद 117 रन की पारी खेली. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर की इस पारी में 11 चौके और आठ छक्के शामिल थे. यह वॉटसन की तूफानी पारी का ही कमाल था कि चेन्नई सुपरकिंग्स ने जीत के लिए जरूरी 179 रन का लक्ष्य 18.3 ओवर में महज दो विकेट खोकर हासिल कर लिया.
अभी भी ऑस्ट्रेलिया के लिए खेल सकते हैं वॉटसन
शेन वॉटसन की इस धमाकेदार पारी के बाद सभी उनकी जमकर तारीफ कर रहे हैं. इसी के साथ ही ऑस्ट्रेलिया के ऑल राउंडर खिलाड़ी मार्कस स्टोयनिस का मानना है कि चेन्नई सुपर किंग्स के हीरो शेन वॉटसन, ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए खेलने के लिए अभी भी काफी अच्छे हैं.
2016 में अंतरराष्ट्रीय खेल से संन्यास ले चुके वॉटसन ने चेन्नई सुपर किंग्स को तीसरी बार इंडियन प्रीमियर लीग खिताब जिताने के लिए 57 गेंदों में 117 रन की धुंआदार पारी खेली. सोमवार को स्टोयनिस ने आरएसएन से कहा, “वह निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलिया के लिए खलेने के लिए काफी अच्छे हैं.”
परिवार के साथ एन्जॉय कर रहे हैं वॉटसन
“लेकिन मुझे लगता है कि वह पारिवार के साथ एन्जॉय कर रहे हैं. उन्होंने एक समय में ऑस्ट्रेलिया के लिए बहुत सारे क्रिकेट खेले, इसलिए मुझे लगता है कि वह सिर्फ अजीब टूर्नामेंट खेल रहे हैं और फिर अपने परिवार के लिए वापस जा रहे हैं.” स्टोयनिस का यह भी मानना है कि 14 साल के अंतराष्ट्रीय करियर के दौरान ऑस्ट्रेलियाई जनता द्वारा वॉटसन को पर्याप्त वैल्यू नहीं मिली है.
शानदार रहा वॉटसन का आईपीएल करियर
उन्होंने कहा, “हम भारत में बैठे थे और उन्होंने मुझे कुछ वर्षों पहले सलाह दी थी. वह अपने करियर के अंत तक और भी अच्छे होना चाहते हैं, यह कोई संयोग नहीं है कि वह इतना अच्छा क्यों है. मुझे नहीं लगता कि ऑस्ट्रेलियाई जनता को एहसास हुआ कि वह ऑस्ट्रेलिया के लिए कब खेल रहे थे.”
वाटसन, जिसने 2017 आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए आठ मैचों में सिर्फ 71 रन बनाए, उन्होंने इस साल चेन्नई सुपर किंग्स के लिए इस साल 39.64 के औसत से 15 मैचों में 555 रन बनाए.