कोरोना वायरस चीन से फैलकर पूरी दुनिया भर में अपने पैर पसार चुका है. इसकी चपेट में भारत भी आ चूका है. अब तक देश में करीब 6000 से ज्यादा कोरोनावायरस से प्रभावित लोगों की पहचान हो चुकी है. आईपीएल को पहले 29 मार्च से शुरू होना था, लेकिन कोरोना वायरस के भय के चलते बीसीसीआई ने इंडियन प्रीमियर लीग के आगमी सीजन को 15 अप्रैल तक के लिए स्थागित कर दिया था.
खाली स्टेडियम में आईपीएल करवाने का है विकल्प
फिलहाल हर क्रिकेट प्रेमी के मन में एक ही सवाल बना हुआ है कि आईपीएल होगा या नहीं? फिलहाल इस टी-20 लीग के होने के चांस बहुत कम दिख रहे हैं, क्योंकि कोरोना नाम का यह वायरस दुनिया से जाने का नाम नहीं ले रहा हैं, बल्कि इस वायरस की चपेट में लोग आते ही जा रहे हैं.
बीसीसीआई की तरफ से अब तक इस लीग के होने या ना होने को लेकर कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है. हालांकि कुछ समय पहले आईपीएल को खाली स्टेडियम में भी कराने पर विचार चल रहा था. जिसका मतलब यह था कि प्रशंसक अब स्टेडियम में नहीं, बल्कि टीवी में ही मैच का आनंद ले सकेंगे.
खाली स्टेडियम में आईपीएल खेलने का कोई मतलब नहीं
कुछ लोगो का कहना है कि आइपीएल को रद्द करने से बेहतर है कि इसके मैच खाली स्टेडियम में कराए जाएं. हालांकि इस बात से भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर मदन लाल सहमत नहीं है. उनका मानना है कि आईपीएल बंद दरवाजे के बीच नहीं होना चाहिए.
आईएएनएस से बात करते हुए भारत के पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने कहा, “आईपीएल एक बड़ा ब्रांड है, लेकिन बोर्ड तभी कोई फैसला ले सकती है जब स्थिति सामान्य हो जाए और कोरोना चला जाए. इस वक्त तो सबकुछ उच्च स्तर पर निर्भर है कोई भी जोखिम उठाना नहीं चाहता है.
खाली स्टेडियम में आईपीएल को खेलने का कोई मतलब ही नहीं बनता. यह बस खिलाड़ी या फैंस का सवाल नहीं है बल्कि ये तो उन सभी के लिए है जो इससे जुड़े हुए हैं, यात्रा, संगठन और प्रसारण इत्यादि.”
कोरोना चला जाए, तो क्रिकेट वापस लौट आएगा
मदन लाल ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “एक बार जो कोरोना चला जाए, तो निश्चित ही क्रिकेट अपने जगह वापस लौट आएगा क्योंकि यह है ही इतना मशहूर खेल और सभी इसे प्यार करते हैं. खिलाड़ी भी तो दर्शकों के सामने खेलना चाहते हैं और ऐसा तभी संभव है जब स्थिति पूरी तरह से बेहतर हो जाए.”