कोरोना वायरस के कारण मार्च में भारत के दौरे पर आयी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज को बीच में ही स्थगित कर दिया। जिसके बाद अब दोनों ही टीमों के बीच आने वाले महीनों में तीन मैचों की टी20 सीरीज होने की संभावना जतायी जा रही है। वैसे इस सीरीज से बीसीसीआई की तरफ से हरी झंडी नहीं मिली है।
अगर भारत करती है दक्षिण अफ्रीका का दौरा तो सुरक्षा के लिए ऐसा होगा प्लान
फिलहाल तो क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका दावा कर रही है कि बीसीसीआई ने उन्हें अगस्त में भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भेजने का भरोसा दिया था तो वहीं बीसीसीआई ने इस भरोसे की बात से इनकार किया है।
दोनों ही बोर्ड के बीच इस सीरीज को लेकर वर्तमान में तो खींचतान चल रही है। लेकिन भारतीय टीम अगर दक्षिण अफ्रीका का दौरा करती है तो वहां पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से एक नया तरीका अपनाने की तैयारी की जा रही है।
दक्षिण अफ्रीका बोर्ड सुरक्षा के लिए अजमा सकता है ये नया सुरक्षा मॉडल
बहरहाल इस सीरीज के बारे में क्या फैसला होता है ये तो हम और आप नहीं जानते हैं लेकिन अगर ये सीरीज अगस्त में होने की संभावना बनती है तो इस सीरीज को पूरी तरह से नए कलेवर में देखा जा सकता है। जिसमें कोरोना वायरस से बचाव के लिए एक खास तरह की योजना अमल में लाने की तैयारी की जा रही है।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका इसके लिए पूरी तरह से तैयार है और वो इस सीरीज को लेकर जैव सुरक्षित मॉडल को अपनाने का प्रयास कर रही है। इसमें दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों के साथ ही मैदान में मौजूद लोगों की सुरक्षा की जाएगी।
जैव सुरक्षित मॉडल में होंगे इतने लोगों के लिए खेल स्थल पर ही ठहरने की व्यवस्था
जैव सुरक्षा मॉडल के तहत खेल स्थल पर लगभग 350 लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। जिसमें दोनों ही टीमों के खिलाड़ी, सपोर्टिंग स्टाफ, मीडिया कर्मी, मैदान के स्टाफ के लोगों के साथ ही करीबी लोग ही शामिल होंगे।
इनके लिए खेल स्थल पर ही एक तो 171 कमरों का हॉटल और एक 176 कमरों का होटल होगा। क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका के चिकित्सा अधिकारी शोएब मुंजरा ने कहा कि “हो सकता है कि अगस्त-सितंबर में ये देश के विभिन्न भागों में अपने चरम पर हो, इसलिए हम ऐसे मॉडल पर ध्यान दे रहें हैं देखते हैं कि अगस्त में क्या होता है।”
“संभवत भारत के साथ होने वाले तीन मैचों की टी20 में ऐसे मॉडल को तैयार करने का आदर्श अवसर हो। हम उस समय इस बारे में नहीं सोच सकते कि स्टेडियम के आस-पास दर्शक होंगे। इसलिए जैव सुरक्षित वातावरण तैयार करते उसमें क्रिकेट खेल सकते हैं।”