पिछले एक साल में अपने शानदार खेल के प्रदर्शन से खुश कर्नाटक के हरफनमौला क्रिकेटर जगदीश सुचित ने कहा कि वह भविष्य में टीम इण्डिया में खुद को खेलते हुए देखना चाहते हैं। इसके लिए वह कड़ी मेहनत कर रहे हैंं। आपको बता दे, जगदीश सुचित वर्तमान समय में कर्नाटक प्रीमियर लीग में खेल रहे थे, जिसमें उन्हे मैसूर वारियर्स की टीम ने 2.5 लाख रूपये मेें खरीदा था।
रविन्द्र जडेजा को मानते हैं अपना रोल माॅडल-
कर्नाटक का यह युवा खिलाड़ी टीम इण्डिया के हरफनमौला खिलाड़ी रविन्द्र जडेजा को अपना रोल माॅडल के तौर पर मानता है और उन्हीं की तरह गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन करना चाहता है। जिसके लिए शारीरिक के अलावा मानसिक तौर पर भी खुद को दक्ष करने की बात कहीं। जगदीश सुचित ने यह बात एक स्थानीय चैनल में कहीं।
मुम्बई इंडियन्स की तरफ से खेला-
दिग्गज आलराउंडर खिलाड़ी जगदीश सुचित ने इंडियन प्रीमियर लीग के मुम्बई इंडियन्स की तरफ से भी खेलने का मौका मिला था। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि,‘ आईपीएल जैसे बड़े स्तर पर खेलते हुए खिलाड़ियों पर अतिरिक्त दबाव होता है। जिसके लिए मै हमेशा मानसिक तौर पर खुद को मजबूत करने की कोशिश करता हूं। यहीं चीज प्रदर्शन के दौरान दिखती है। हर गुजरते सत्र के साथ, हमें कई नई चुनौतियां देखने को मिलती है और हमें उन चुनौतियों को डटकर सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। ’
गेदबाजी को लेकर कही यह बात-
जगदीश सूचित ने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि “मैं विशेष रूप से गेंदबाजी के क्षेत्र पर अपना ध्यान दे रहा हूं। जिसके लिए अपने गेदंबाजी करने के तरीके में कुछ बदलाव भी किए हैं। इसके अलावा एक आलराउंडर खिलाड़ी के रूप में मुझे अपने बल्लेबाजी पर भी ध्यान देना होता है। जिसपर मै विशेष तौर पर कुछ शाॅट लगाने की प्रेक्टिस कर रहा हूं।”
भविष्य में टीम इण्डिया की जर्सी पहनने की चाहत-
कर्नाटक का यह स्टार खिलाड़ी भविष्य में अर्न्तराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में टीम इण्डिया की तरफ से खेलना चाहता है। जिसके लिए खेल में जुनून और उत्साह बनाये रखने के लिए कड़ी मेहनत करने की बात कहीं।
कर्नाटकर प्रीमियर लीग को युवा खिलाड़ियों को सबसे अच्छे अवसर के रूप में बात करते हुए जगदीश ने कहा कि, ‘ केपीएल जैसे टूर्नामेंट के कारण ही मेरे खेल में लगातार सुधार हुआ है, साथ ही इस खेल के बदौलत पूरे राज्य से कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी बाहर आ रहे हैं।’