विश्व क्रिकेट में श्रीलंका क्रिकेट टीम का भी अपना ही एक रूतबा रहा है। श्रीलंका क्रिकेट टीम कुछ साल पहले तक क्रिकेट जगत की सबसे बेहतरीन टीमों में से एक मानी जाती थी। श्रीलंका का कमाल का प्रदर्शन पूरे क्रिकेट जगत ने देखा इसके लिए कुछ साल पहले तक श्रीलंका के लिए खेलने वाले दिग्गज बल्लेबाज माहेला जयवर्धने का भी अहम योगदान रहा।
माहेला जयवर्धने ने किया है अपने दौर में खतरनाक गेंदबाजों का सामना
माहेला जयवर्धने श्रीलंका के लिए कई साल तक खेलते रहे और उन्होंने श्रीलंका की क्रिकेट टीम को ऊंचाईयों तक ले जाने में खास काम किया। जयवर्धने एक जबरदस्त बल्लेबाज थे जिन्होंने अपने करियर में बड़े-बड़े गेंदबाजों को खेला है।
कुछ सालों पहले तक विश्व क्रिकेट में गेंदबाजों का जबरदस्त दबदबा था। उस दबदबे के बीच माहेला जयवर्धने ने अपनी पेठ जमायी और विश्व स्तरीय गेंदबाजों का बखूबी सामना किया। उन्होंने श्रीलंका टीम टीम में खासा योगदान दिया है।
मैंने किया है दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों का सामना
श्रीलंका के महान बल्लेबाजों में गिने जाने वाले माहेला जयवर्धने ने खुद माना है कि उनके दौर में एक से एक बेहतरीन गेंदबाज थे जिन्होंने क्रिकेट जगत के बड़े बल्लेबाजों के बीच खौफ बनाया था वो उनके खिलाफ खेले हैं। उन्होंने ये बात क्रिक इंफों के सात बातचीत के दौरान कही।
श्रीलंका के इस पूर्व कप्तान ने क्रिकइंफो में संजय मांजरेकर के साथ बात करते हुए कहा कि “हमें अभी ये देखना है कि क्या गेंदबाजों की वर्तमान फसल उन आंकड़ों को तोड़ पाएगी जो उनके पूर्ववर्ती गेंदबाजों ने बनाए हैं। वर्तमान गेंदबाज शायद बेहतर बल्लेबाजी यूनिट के खिलाफ हैं। अगर आप आधुनिक क्रिकेट के टॉप-10 विकेट लेने वाले गेंदबाजों के देखते हैं तो वे सभी उनके खिलाफ खेले हैं।”
मैं जिन गेंदबाजों के खिलाफ खेला उनके आंकड़े बोलते थे
जयवर्धने ने आगे गेंदबाजों को लेकर कहा कि “मैं कर्टनी वॉल्श और कपिल देव को मिस कर रहा था। क्योंकि मैंने उसके बाद ही शुरुआत की. वहां मुरलीधरन, शेन वार्न, ग्लेन मैक्ग्राथ, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह, सकलैन मुश्ताक, वसीम अकरम, वकार यूनिस थे जिनके आंकड़े बोलते थे। मैंने अपने करियर में जिन गेंदबाजों का सामना किया है, उसमें पिछले कुछ सालों में काफी सुधार हुआ है।”
इसके अलावा माहेला जयवर्धने ने एक बात का खुलासा किया और बताया कि “वो एक तेज गेंदबाज और मध्यक्रम के बल्लेबाज के रूप में शुरुआत की मुझे अपने माता-पिता पर वास्तव में गर्व था क्योंकि मैंने उस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके बाद कमर में परेशानी के चलते तेज गेंदबाजी बंद कर दी।”