आईपीएल 2018 के सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में शामिल मयंक अग्रवाल ने एक इंटरव्यू में अपने टीम के मेंटर और आदर्श वीरेंद्र सहवाग की तारीफ में कुछ बातें कही हैं।
सहवाग से पहली बार मिलकर काफी खुश हुए थे मयंक
युवा खिलाड़ी मयंक अग्रवाल ने कहा कि 2013 में एक रणजी मुकाबले में दिल्ली और कर्नाटक की टीम फिरोज जहां कोटला में आमने-सामने थी और मेरा करियर शुरू ही हुआ था। मयंक ने बताया कि उन्हें खुद के ऊपर विश्वास नहीं हो रहा था कि उनके आदर्श खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग से वो मिल रहे हैं।
मयंक ने बताया कि वो उस वक्त भी दिल्ली के लिए ओपनिंग बल्लेबाजी करते थे। मयंक ने कहा कि उस शानदार वक्त को मैं कभी नहीं भूल सकता जब मैंने करीब 15 मिनट उनके (सहवाग) के साथ बात करते हुए व्यतीत किया था।
सहवाग की सलाह मयंक के काम आई
आईपीएल 2018 में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के लिए बिके मयंक अग्रवाल ने कहा कि मैं काफी सौभाग्यशाली था कि मुझे उस वक्त उनके विचार सुनने का मौका मिला। उन्होंने (सहवाग) ने कहा कि कोई भी फोटोग्राफ मेरी मन को पार नहीं कर सकती। मुझे लगा कि किसी और चीज पर ध्यान देने से बेहतर उनकी सलाह पर टिकना होगा।
कर्नाटक के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले इस क्रिकेटर ने कहा कि,
“उस दौरान हमने बल्लेबाजों की मनोस्थिति और तकनीक के बारे में काफी चर्चा की। मैंने उनसे पूछा कि कैसे वो चीजों को हैंडल करते हैं। वो बल्लेबाजी के दौरान ऐसा क्या करते हैं, जिससे गेंदबाजों पर दबाव बनाने में कामयाब रहते हैं। उन्होंने मुझे इन सवालों के जबाव दिए और अपनी तकनीक भी सिखाई जो मैं तब से फोलॉ करता हूं.”
मयंक ने कहा कि,
“उन्होंने मुझे मेरी बल्लेबाजी को ज्यादा तकनीक में ना उलझाकर जितना हो सके उतना सरल रखने के लिए कहा। उन्होंने मुझसे कहा कि तुम जो कर रहे हो उसका आनंद लो यहीं सबसे ज्यादा जरूरी है। सहवाग ने बताया कि जब तुम चीजों को आसान समझोगे तो वो आसान होती चली जाएगी.”
27 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कहा कि,
“मैंने तभी से सहवाग की बातों को ध्यान में रखा और उन्हें फॉलो किया। अब मैं खुश नसीब हूं कि सहवाग किंग्स इलेवन पंजाब में मेरे मेंटर हैं। मैं उनके साथ निश्चित तौर पर कुछ समय व्यतीत करुंगा और एक फोटो भी क्लिक करुंगा.”