कपिल देव की अध्यक्षता वाली क्रिकेट सलाहकार समिति ने कुछ समय पहले ही फैसला किया था, कि रवि शास्त्री के ही कार्यकाल को आगे बढ़ाया जाए. 2021 टी-20 विश्व कप तक उन्हें भारतीय टीम का कोच बनाया गया था. इस समिति के अन्य 2 मेंबर भारत के पूर्व क्रिकेट अंशुमन गायकवाड़ और भारत की पूर्व महिला क्रिकेटर शांता रंगस्वामी थी.
तीनों पर लगा हितों के टकराव
इन तीनों की ही समिति ने भारतीय महिला टीम का कोच भी चुना था. हालांकि, अब इन तीनों पर ही हितों के टकराव के आरोप लगे हैं. जिस पर उन्हें दस अक्टूबर तक जवाब देना होगा. मध्यप्रदेश क्रिकेट संघ (एमपीसीए) के आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने इन तीनों के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है. इससे पहले संजीव गुप्ता ने राहुल द्रविड़ पर भी हितों के टकराव के आरोप लगाये थे.
आरोपों में कही गई है ये बात
संजीव गुप्ता ने अपनी शिकायत में कहा है कि सीएसी सदस्य एक साथ कई भूमिकाएं निभा रहे हैं. उन्होंने लिखा है कि 1983 की विश्व चैंपियन टीम के कप्तान कपिल सीएसी के अलावा कॉमेंटेटर, एक फ्लडलाइट कंपनी के मालिक और भारतीय क्रिकेटर्स संघ के सदस्य हैं.
इसी तरह से गुप्ता ने आरोप लगाया कि गायकवाड़ का भी हितों का टकराव बनता है क्योंकि वह एक अकादमी के मालिक हैं और बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त समिति के सदस्य हैं. पूर्व भारतीय महिला कप्तान रंगास्वामी सीएसी के अलावा आईसीए में भी हैं.
शांता रंगास्वामी के बाद कपिल देव ने भी दिया इस्तीफा
हितों के टकराव के आरोप के बाद शांता रंगस्वामी ने इस समिति के पद से इस्तीफा दे दिया था. अब खबर आई है, कि इस समिति के अध्यक्ष कपिल देव ने भी इस्तीफा दे दिया है.
28 सितंबर को संजीव गुप्ता ने इन तीनों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और अब तीन सदस्यों में से दो सदस्य अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं. फिलहाल अंशुमन गायकवाड़ ने इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन कहा जा सकता है, कि वह भी अब जल्द ही इस समिति को छोड़ सकते हैं.