पूर्व भारतीय चयनकर्ता ने किया खुलासा बताया क्यों सौंपी गयी थी दिग्गजों के होने के बावजूद धोनी को कप्तानी 1

भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज और पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी पिछले कुछ महीनों से भारतीय टीम से लगातार दूर हैं। इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में पिछले साल खेले गए आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के बाद से ही महेन्द्र सिंह धोनी की अब तक भारतीय टीम में वापसी नहीं हो चुकी है जिसका कुछ ही महीनों में एक साल पूरा हो जाएगा।

महेन्द्र सिंह धोनी पिछले साल विश्व कप के बाद से नहीं कर सके हैं वापसी

विश्व कप के बाद से भारतीय क्रिकेट टीम ने अब तक कई घरेलू सीरीज खेली तो देश के बाहर भी कुछ सीरीज खेली। लेकिन इन तमाम सीरीज में महेन्द्र सिंह धोनी को नहीं देखा गया। धोनी को इस तरह से लगातार टीम से दूर होता देख दबी आवाज में उनके संन्यास जैसी खबरें भी उठती रही हैं।

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पूर्व भारतीय चयनकर्ता ने किया खुलासा बताया क्यों सौंपी गयी थी दिग्गजों के होने के बावजूद धोनी को कप्तानी 2

लेकिन भारत के इतिहास का सबसे सफलतम विकेटकीपर बल्लेबाज और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी खुद वो वापसी के लिए तैयार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि भारतीय टीम में वापसी के लिए धोनी का इस बार के आईपीएल के प्रदर्शन को खास तवज्जो दी जाएगी।

भारत के पूर्व दिग्गज स्पिन गेंदबाज ने कहा, धोनी की वापसी अब होगी मुश्किल

एमएस धोनी वापसी करेंगे या नहीं करेंगे ये जवाब ना तो चयनकर्ताओं क तरफ से स्पष्ट रूप से मिला है और ना ही महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने संन्यास की अटकलों को लेकर कोई बात कही है लेकिन पूर्व दिग्गज और क्रिकेट पंडित अपनी तरफ से अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं कि धोनी की अब भारतीय टीम में वापसी होगी या नहीं।

पूर्व भारतीय चयनकर्ता ने किया खुलासा बताया क्यों सौंपी गयी थी दिग्गजों के होने के बावजूद धोनी को कप्तानी 3

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इसी तरह से महेन्द्र सिंह धोनी को पहली बार भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी देते वक्त टीम के चयनकर्ता रहे पूर्व स्पिन गेंदबाज वेंकटपति राजू ने अपनी राय व्यक्त करते हुए साफ शब्दों में कहा कि अब धोनी की वापसी मुश्किल हो सकती है। राजू ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि

अगर कोई भी खिलाड़ी ज्यादा वक्त टीम से बाहर रहता है तो उसकी वापसी मुश्किल होती है। उसका टीम के साथ तालमेल बैठाना थोड़ा मुश्किल होता है। धोनी पिछले 15 सालों से मैच विनर खिलाड़ी रहे हैं और उनको लाखों लोग चाहते हैं लेकिन ये भी सच है कि लंबे ब्रेक के बाद वापसी आसान नहीं होती है। अगर कोई खिलाड़ी इंडिया ए या घरेलू क्रिकेट खेलता है तो ही उसकी वापसी की उम्मीदें बनी रहती है। लेकिन धोनी इन दोनों में से कुछ नहीं करते।”

महेंद्र सिंह धोनी

राजू ने कहा “धोनी को कुछ साबित करने की जरूरत नहीं है, लेकिन उन्हें खुद को ये दिखाना है कि वो पहले जैसा खेल अब भी जारी रख सकते हैं। यहां उम्र एक बड़ा कारक है, इंटरनेशनल क्रिकेट इतना आसान नहीं होता, यहां अलग स्तर पर फिटनेस चाहिए होती है।”

वेंकटपति राजू ने बताया, इस कारण दी गई धोनी को कप्तानी

धोनी को कप्तानी देते वक्त वेंकटपति राजू भी सेलेक्टर्स पैनल का हिस्सा थे। उनसे जब धोनी को कप्तानी देने के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि “उस वक्त हमारी सोच थी कि जो खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं वही टीम में रहेंगे। जब धोनी को कप्तान बनाने की बात आई तो वो ही इकलौते ऐसे खिलाड़ी थे जो दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। वो दबाव में शांत रहते थे, इसलिए चयन समिति ने उन्हें कमान सौंपने का निर्णय लिया।”

पूर्व भारतीय चयनकर्ता ने किया खुलासा बताया क्यों सौंपी गयी थी दिग्गजों के होने के बावजूद धोनी को कप्तानी 4

“एक और वजह ये भी थी कि जो खिलाड़ी धोनी के सीनियर थे वो चोट या लंबे ब्रेक के बाद वापसी कर रहे थे तो हमने सोचा कि धोनी ही कप्तानी के लिए सही हैं। और हमारा ये फैसला सही साबित हुआ।”