आईपीएल की टीम दिल्ली कैपिटल्स के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा, आइपीएल में सर्वाधिक विकेट लेने के मामले में स्पिनरों के लिस्ट में नंबर वन पर है। 38 साल के अमित मिश्रा पहले सत्र से ही आईपीएल का हिस्सा रह चुके हैं, जो कि इस बार ऋषभ पंत की कप्तानी में खेलने जा रहे हैं। हाल ही में उन्होंने ऋषभ पंत को लेकर कई बातें कही है। साथ ही उन्होंने ऋषभ पंत की अंदर बदलाव होने की बात भी कही।
कोरोना महामारी के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिसके बावजूद आईपीएल होने जा रहा है। ऐसे में खिलाड़ियों को बायो बबल में भी रहना पड़ सकता है। इस मामले को लेकर जब अमित मिश्रा से पूछा गया तो उनका कहना है कि, इस दौरान अच्छा सकारात्मक संदेश देखना है कि महामारी के बावजूद भी क्रिकेट का आयोजन किया जा रहा है। पिछली बार आईपीएल दुबई में खेला गया था, यहां पर भी उन्हीं नियमों का पालन किया जा रहा है लेकिन यदि कोई ऐसा नहीं करता है तो उसे परेशानी भी उठानी पड़ सकती है।
बता दें कि पिछले सीजन के दौरान चोट लग जाने के बाद उन्हें बाहर भी होना पड़ा था। इसके बाद अब उन्होंने खुद को रिकवर किया है। चोट को लेकर उनका कहना है कि, ये काफी ज्यादा निराशाजनक था। उस दौरान अच्छी गेंदबाजी को लेकर मैंने बहुत मेहनत भी की थी लेकिन चोट लग गई। चोट लगना किसी के हाथ में नहीं होता है। आपने कोशिश कर सकता है, लेकिन चोटिल हो गए हैं तो इसमें कोई कुछ भी नहीं कर सकता है। इसमें अच्छा मुझे लगा कि, हम लोग फाइनल तक खेले थे। उस दौरान मुझे इस बात की कमी लगी कि, मैं फाइनल में नहीं खेला था।
उन्होंने कहा कि, सकारात्मक संदेश से था कि, टीम प्रबंधन मुझे मैसेज करके कहा गया कि उन्हें हमारी कमी खल रही थी। उसके बाद मुझे बहुत मुश्किल समय से भी गुजरना पड़ा। आईपीएल फिर से होने जा रहा है और एक बार फिर से मैं खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं। मुझे इस बात का इंतजार है कि, यह जल्दी ही शुरू हो और मैं अच्छा प्रदर्शन करने और खुद को साबित करने के लिए आगे आऊं।
टीम के नए कप्तान ऋषभ पंत की तारीफ़ की
दिल्ली कैपिटल्स के श्रेयस अय्यर इस दौरान चोटिल हुए तथा अक्षर पटेल भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में उनका कहना है कि, श्रेयस अय्यर की कमी खलने वाली है। उनकी कप्तानी में पिछले साल भी खेला गया था। इस बात के दुख को मैं समझ सकता हूं क्योंकि मैं भी चोटिल हुआ था, और चोटिल हुए खिलाड़ी की भावनाएं मुझे पता है। मैं उनके जल्दी फिट होके वापस लौटने की कामना करता हूं। कप्तान के रूप में ऋषभ पंत को एक बार मौका मिलने जा रहा है, ऐसे में उनके पास खुद को बेहतर साबित करने का अच्छा मौका है। पिछले चार-पांच महीनों से उनके अंदर काफी ज्यादा बदलाव भी आए हैं, साथ ही वह धैर्य रखना भी सीख चुके हैं। उनके उनके अंदर परिपक्वता आई है और बल्लेबाजी में भी काफी ज्यादा सुधार हुआ है। जबकि पहले भी काफी ज्यादा बेचैन से दिखाई पड़ते थे।
इस बार टीम जूनियर खिलाड़ी की कप्तानी में खेलने जा रही है। पंत के बारे में आगे बात करते हुए उन्होंने कहा कि, ऋषभ पंत ने अपनी फिटनेस पर काफी ज्यादा काम किया है। वे काफी ज्यादा अनुशासित भी हो चुके हैं और भारतीय टीम के लिए मैच विजेता भी बन कर उभरे हैं। मैं भी यही चाहता हूं कि, वह हमारे के मैच विजेता बने और अपनी कप्तानी के चलते इस बार आईपीएल टीम को जिताएं। जब भी जूनियर खिलाड़ी को कप्तानी दी जाती है तो सीनियर खिलाड़ी के लिए सकारात्मक बात यह होती है कि, वह बात को सुनते और समझते हैं। साथ ही गेंदबाजी के बारे में भी पूछते हैं कि, गेदबाज़ी में क्या करना चाहते हैं और क्या सही नहीं लग रहा है या फिर कुछ बदलाव चाहते हैं? ऐसे में आप उनके सामने खुलकर बोल सकते हैं।
जब उनसे यह पूछा गया कि, सीनियर और जूनियर का आयोजन टीम में काफी ज्यादा बेहतर है। तो उन्होंने कहा कि, टीम के पास संयोजन को लेकर अच्छे मौके हैं। टीम में युवा खिलाड़ी भी काफी ज्यादा बेहतर है। सीनियर अपने जूनियर्स को अच्छी तरीके से सिखाना भी चाह रहे हैं। बहुत जल्द सीनियर और जूनियर का संयोजन घुल मिल जाएगा और काफी बेहतर रिजल्ट सामने आएंगे।
बदलाव है बहुत जरूरी
टीम के घरेलू मैदान पर ना खेलने को लेकर उनका कहना है कि, ये फायदेमंद भी हो सकता है और नुकसान दायक भी हो सकता है जो कि सभी टीमों के साथ होने वाला है। घरेलू मैदान पर पर खेलने को नहीं मिल रहा है तो इस बार आपको अलग तरीके से भी सोचना पड़ेगा और साथ ही मेहनत ही करनी होगी। उन्होंने कहा कि, अपनी गेंदबाजी में हर बार कुछ ना कुछ बदलाव लाने जरूरी है। मैं इस बात को लेकर उत्साहित रहता हूं कि, इस बार क्या बदलाव करने वाले हैं। साथ ही आपको बदलाव स्वीकार भी करना जरूरी है।