अब बस कुछ दिन और…. और फिर हमारे पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान के क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा दिन आने वाला है जब 14 जून को अफगानिस्तान की टीम अपने क्रिकेट इतिहास का पहला टेस्ट मैच खेलेगी। एशिया की सबसे उभरती टीमों में से एक अफगानिस्तान की टीम के लिए ये पल सबसे ऐतिहासिक होने वाला है।
भारत से होने वाले ऐतिहासिक टेस्ट के लिए अफगानिस्तान है उत्साहित
अफगानिस्तान और भारत के बीच 14 जून को बैंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में एकमात्र ऐतिहासिक टेस्ट मैच खेला जाना है। इस टेस्ट मैच को लेकर जहां अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के साथ ही पूरा देश बहुत ही उत्साहित नजर आ रहा है तो वहीं भारत में भी अफगानिस्तान से होने वाले टेस्ट मैच को उत्साह वैसा ही है।
बीसीसीआई ने ऐतिहासिक टेस्ट मैच के लिए किया अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी को आमंत्रित
वहीं बीसीसीआई ने इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच के मौके पर एक बड़ा फैसला लेते हुए अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी में बैंगलुरू में आमंत्रित किया है। इस टेस्ट मैच की चर्चा के लिए बीसीसीआई का एक प्रतिनिधिमंडल अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचा जहां पर कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी के साथ बैठक कर भारत और अफगानिस्तान के बीच भविष्य में भी क्रिकेट की संभावना पेश की।
बीसीसीआई ने मंगलवार को काबुल में की राष्ट्रपति से मुलाकात
अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी को इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच के लिए आमंत्रित करना दोनों देशों के क्रिकेट रिश्तों के साथ ही राजनीतिक रिश्तों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मंगलवार को बीसीसीआई के प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष अतीफ मशल के साथ ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ मुलाकात की।
सूत्रों से मिली बीसीसीआई और अफगान राष्ट्रपति के बीच मुकाकात की खबर
इस बैठक को लेकर सूत्रों की माने तो कहा गया है कि “बैठक के दौरान बीसीसीआई के अधिकारियों ने राष्ट्रपति को ऐतिहासिक मैच के लिए आमंत्रित किया है। ये यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध के बारे में रही।”
ये तो स्पष्ट कर दिया है और साथ ही अफगान राष्ट्रपति कार्यालय के द्वारा भी पुष्टि कर दी गई है कि बीसीसीआई के अधिकारियों से मुकाकात हुई लेकिन ये बात साफ नहीं है कि ऐतिहासिक टेस्ट मैच में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति बैंगलुरू में जाएंगे या नहीं।
अगर आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आए तो प्लीज इसे लाइक और शेयर करें।