अनिल कुंबले भारतीय टीम के एकमात्र ऐसे गेंदबाज हैं. जिन्होंने एक ही पारी में सभी 10 विकेट हासिल किये हैं. बता दें, कि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में हुए दिल्ली टेस्ट मैच में एक ही पारी में कुल 10 विकेट हासिल किये थे.
भारत और पाकिस्तान के बीच खेला गया यह टेस्ट मैच भारतीय टीम ने 212 रन के अंतर से जीता था. इस मैच की दूसरी पारी में अनिल कुंबले ने 26.3 ओवर की गेंदबाजी करते हुए 74 रन देकर 10 विकेट हासिल किये थे. कुंबले के अलावा इंग्लैंड के जिम लैकर ने एक ही पारी में 10 विकेट हासिल करने का कारनामा किया था.
पांडिचेरी के स्पिनर सिदक सिंह ने भी एक ही पारी में किये 10 विकेट हासिल
पांडिचेरी के युवा स्पिनर, सिदक सिंह ने भी अनिल कुंबले जैसे ही यह कारनामा कर दिया हैं. उन्होंने सी के नायडू अंडर-23 टूर्नामेंट में यह कारनामा किया हैं. युवा बाएं हाथ के स्पिनर सिदक सिंह ने शनिवार को सीएपी सिचम ग्राउंड में मणिपुर के खिलाफ एक ही पारी में कुल दस विकेट हासिल किये हैं.
मात्र 31 रन देकर हासिल किये सभी 10 विकेट
सिदक सिंह वैसे तो मूल रूप से मुंबई के हैं, लेकिन इस सीजन पांडिचेरी की टीम ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया. उन्होंने 17.5 ओवर की गेंदबाजी की, जिसमे उन्होंने 7 मेडन ओवर कराते हुए मात्र 31 रन देकर 10 विकेट हासिल किये. उनकी इस शानदार गेंदबाजी के आगे मणिपुर की टीम मात्र 71 रन पर ही आउट हो गई.
बीसीसीआई संदिग्ध एक्शन को लेकर कर चुकी हैं कार्यवाहीं
बता दें, कि सिदक सिंह मुंबई के लिए भी सात टी-20 मैच खेल चुके हैं. उनकी गेंदबाजी की शैली भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर बिशन सिंह बेदी जैसी है.
वेस्टजोन टी-20 चैंपियनशिप में सिदक सिंह को मात्र 15 साल की उम्र में मुंबई के लिए चुना गया था. वह 1980 में सचिन तेंदुलकर 14 साल के बाद मुंबई के लिए चुने जाने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने थे.
बीसीसीआई ने उनके संदिग्ध एक्शन को लेकर कार्यवाहीं भी की थी. हालाँकि, अब वह अपना एक्शन सही करके एक बार फिर क्रिकेट की दुनिया में धमाल मचा रहे हैं.