भारत को दो विश्वकप दिलाने वाले व भारत के इतिहास के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी क्रिकेट में काफी लम्बे समय से भारतीय क्रिकेट की सेवा कर रहे है. क्रिकेट में देश की सेवा करने के साथ-साथ धोनी भारत की सेना के साथ भी जुड़े हुए है. धोनी को 1 नवंबर 2011 को भारतीय सेना ने लेफ्टिनेंट कर्नल के पद की उपाधि दी गई थी, इसलिए आज हम तीन ऐसे मौके बताएंगे, जब धोनी का सेना प्रेम मैदान पर भी देखने को मिला था.
साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला ‘बलिदान बैज’ के साथ
5 जून को एमएस धोनी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने ग्लव्स में ‘बलिदान बैज’ लगाया था. हालांकि, धोनी के साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपने ग्लव्स में ‘बलिदान बैज’ लगाने की शिकायत पाकिस्तान ने आईसीसी से की थी. आईसीसी ने बीसीसीआई से इस मामले में बात भी की है और धोनी के ग्लव्स से ‘बलिदान बैज’ हटाने के लिए कहा है.
रांची वनडे खेला सेना की टोपी पहनकर
पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को याद करते हुए भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची वनडे में सेना की टोपी पहनकर मैच खेल खेला था. साथ ही भारतीय टीम ने रांची वनडे में मिलने वाली मैच फीस को पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के परिवारों को दान में दिया था.
बता दें, कि रांची धोनी का गृह नगर भी हैं और यहां उन्होंने अपने प्रशंसकों के सामने सेना की टोपी पहनकर मैच खेला था. 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिलें में, सुरक्षा में तैनात जवानों पर आंतकियों ने एक फिदायीन हमला किया था. जिसमें देश की सुरक्षा करने वाले 40 जवान शहीद हो गए थे और कई जवान घायल हो गये थे. इन्ही जवानों की याद में रांची वनडे के दौरान यह ख़ास कदम उठाया गया था.
मिलेट्री के बैग में रखते हैं अपना किट
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी के सेना प्रेम का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है, कि वह अपना किट रखने के लिए मिलेट्री बैग का इस्तेमाल करते हैं. उन्हें कई बार मिलेट्री बैग के साथ ही ट्रैवल करता हुआ भी देखा गया हैं. नेट प्रैक्टिस के दौरान भी उनका मिलेट्री बैग देखने को मिल जाता है. उसी में वह अपनी जरूरत का समान रखते हैं.