मौजूदा समय में आज सभी की जुबान पर केवल चैंपियंस ट्रॉफी का नाम ही सुनने को मिल रहा हैं. आपको याद दिला दे, कि चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन इस बार भी इंग्लैंड और वेल्स के मैदानों पर किया जा रहा हैं. चैंपियंस ट्रॉफी का पहला मुकाबला गुरूवार, 1 जून को मेजबान इंग्लैंड और बांग्लादेश की टीम के बीच ओवल के मैदान पर खेला जायेंगा. अभ्यास मैच : बांग्लादेश के खिलाफ इंडिया-ए की शानदार शुरुआत, यह खिलाड़ी कर सकता है मुरली विजय के साथ पारी की शुरुआत
सभी टीमें जुट चुकी हैं तैयारियों में
चैंपियंस ट्रॉफी में इस बार भी वनडे क्रिकेट की टॉप 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं और ऐसे माना जा रहा हैं, कि सभी टीमों के बीच एक दिलचस्प होड़ देखने को मिलेंगी.
चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने से फ्क्ले सभी टीमें अपने अपने अभ्यास मैचों में अपनी तैयारियों को परखने में जुट गयी हैं. चैंपियंस ट्रॉफी में एशिया की चार टीमें हिस्सा ले रही हैं, जिनमे गत विजेता भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश की टीमो के नाम शामिल हैं. आईपीएल : डेविड वार्नर नहीं बल्कि हैदराबाद के इस खिलाड़ी की बस एक गलती की वजह से करना पड़ा टीम को हार का सामना
क्या कहते हैं तिलकरत्ने दिलशान
विश्व क्रिकेट में चारों तरफ चैंपियंस ट्रॉफी की चर्चा चल रही हो और पूर्व श्रीलंकाई कप्तान तिलकरत्ने दिलशान इस पर अपनी कोई राय ना दे ऐसा भला कैसे संभव हैं. हाल में ही जब तिलकरत्ने दिलशान से चैंपियंस ट्रॉफी के बारे में पूछा गया तो दिलशान ने अपना जवाब देते हुए कहा, कि
”चैंपियंस ट्राफी के लिए हमारे पास एक नई टीम हैं. श्रीलंकाई टीम में काफी सारे युवा खिलाड़ी मौजूद हैं. एशिया परिस्तिथियों में खेलना और एशिया के बाहर खेलना काफी अलग होता हैं. खासतौर पर आप जब इंग्लैंड में खेल रहे हो. इंग्लैंड के हालातों में खेलना आसान नहीं होता. दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया की टीमो को भी कम नहीं आँका जा सकता.” भारत को दोबारा चैम्पियन्स ट्राफी दिलाने के लिए कुछ ऐसा कर रहे है धोनी और कोहली कि 4 जून को पाकिस्तान का हारना तय
एशियाई टीम के बारे में दिलशान ने कहा, कि
चैंपियंस ट्राफी में एशियाई टीम को लेकर दिलशान ने कहा, कि ”एशियाई टीमों का इंग्लैंड में जाकर चैंपियंस ट्रॉफी जीतना बिलकुल भी आसान नहीं हैं. यही नहीं मैं तो यह कहूँगा, कि अगर सभी एशियाई टीमें अगर चैंपियंस ट्राफी में अपना 75% भी देंगी तो वह बेहद कम रहेंगा. चैंपियंस ट्राफी में एशियाई टीमों को अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा.”
2016 में ले लिया था सन्यास
आपकी जानकारी के लिए बता दे, कि श्रीलंका की टीम के पूर्व कप्तान और पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज़ तिलकरत्ने दिलशान ने पिछले साल 2016 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को पूरी तरह से अलविदा कह दिया था. श्रीलंका के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद आया पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सनथ जयसूर्या का काफी चौकाने वाला बयान
तिलकरत्ने दिलशान ने श्रीलंका के लिए 87 टेस्ट मैचों में 5492 रन, 330 वनडे मुकाबलों में 10,290 रन और 80 टी ट्वेंटी मैचों में 1889 रन बनाये थे. यही नहीं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उनके बल्ले से 39 शतक भी निकले.