टेस्ट फ़ॉर्मेट में मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने एशेज़ सीरीज़ की ऐतिहासिक जीत में अपनी टीम का नेतृत्व किया था. लेकिन भारतीय टीम के हाथों गाबा किला टूटने के बाद अब लग रहा है कि कहीं न कहीं उनका कप्तानी करियर दाँव पर लग चुका है. सीरीज़ हार के बाद टेस्ट चैंपियनशिप में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम की संभावनाएं काफ़ी कम हो चुकी हैं.
चौथे मैच में मिली हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 4 मैचों की टेस्ट सीरीज़ भी 1-2 से गंवा दी. मैच के बाद हुई पोस्ट-मैच प्रेज़ेंटेशन में टिम पेन को अपने ही फ़ैंस के गुस्से का शिकार होना पड़ा. दरअसल इस सीरीज़ में पहले मैच के बाद से ही टिम पेन की कप्तानी और विकेटकीपिंग, दोनों की धार बिल्कुल मंद पड़ चुकी थी.
ऑस्ट्रेलियाई समर्थकों ने टिम पेन को किया हूट
36 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन का वन-डे करियर तो पहले ही लगभग खत्म हो चुका है. लेकिन होबार्ट के सीनियर विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ने अभी तक किसी तरह टेस्ट करियर बचाया हुआ था. जिस समय पेन को कप्तानी सौंपी गई उस वक़्त ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ के सैंडपेपर गेट विवाद से जूझ रहा था.
इसके अलावा टिम पेन ने ऐतिहासिक ऐतिहासिक एशेज़ सीरीज़ जीत के दौरान भी कंगारू टीम की कमान संभाली थी. लेकिन भारत के खिलाफ़ सीरीज़ में आखिरी टेस्ट में मिली हार के बाद गाबा का किला टूटने के बाद उनके अपने ऑस्ट्रेलियाई समर्थकों ने ही जमकर हूट किया. ये घटना मैच खत्म होने के बाद हुई पोस्ट-मैच प्रेज़ेंटेशन के दौरान हुई.
भारतीय टीम ने हमें हर विभाग में पराजित किया – टिम पेन
भारतीय टीम के हाथों मिली हार के बाद अपनी टीम के प्रदर्शन और अपनी खराब विकेटकीपिंग पर बोलते हुए ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन ने पोस्ट-मैच प्रेज़ेंटेशन में कहा कि,
“हम यहाँ सीरीज़ जीतने के लिए ही खेल रहे थे, लेकिन भारतीय टीम की अनुशासित और बेहतरीन क्रिकेट के सामने हमें कोई मौका ही नहीं मिला. वो वाक़ई में इस जीत के हक़दार हैं. हमें अपनी कई चीज़ों और तकनीक पर एक बार फिर से ध्यान देना पडेगा. पूरे वाक़ये पर हमें एक टीम की तरह काम करना होगा. क्योंकि ऐसे कई सेक्शन हैं जहाँ हम को सुधार की ज़रूरत है.”
इसके अलावा पंत ने भारतीय टीम के रन चेज़ पर अपनी राय देते हुए कहा कि,
“हम भारत के लिए 300 से ज़्यादा का लक्ष्य रखना चाहते थे, ताकि हम जीत सकें. लेकिन आज़ भारतीय टीम ने जिस जज़्बे के साथ गेंदों को सर, हाथ और सीने पर खेलते हुए जीत दर्ज की है वो देखने लायक था. बात करुं मैं अपनी विकेटकीपंग की तो वो मेरा काम है, लेकिन फिलहाल मुझे उसमें सुधार की ज़रूरत है. बाकी इस शानदार सीरीज़ का पूरा श्रेय भारतीय टीम को जाता है.”
भारतीय टीम ने लगातार दूसरी बार जीती बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी
ब्रिसबेन टेस्ट में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम को 3 विकेट से हरा कर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी 2-1 से अपने नाम की. भारतीय टीम का ये बेहतरीन प्रदर्शन तमाम परेशानियों और खिलाड़ियों के चोटिल होने के बीच आया.
चौथे दिन भारत को जीत के लिए 324 रनों की ज़रूरत थी. सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल की 91 रन, चेतेश्वर पुजारा की 56 रन और ऋषभ पंत की 89 रन की शानदार अर्धशतकीय पारियों के दम पर भारतीय टीम ने चौथी पारी में ऑस्ट्रेलिया की तरफ़ से मिला 328 रन का लक्ष्य 7 विकेट खोकर हासिल कर मैच ऐर सीरीज़ दोनों अपने नाम किए.