इंडियन प्रीमियर लीग के ग्यारवें सीजन की खिताबी जंग धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने नाम की। रविवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबलें में चेन्नई सुपर किंग्स ने धमाकेदार अंदाज में सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से मात देते हुए तीसरी बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया।
चेन्नई सुपर किंग्स तीसरी बार बने चैंपियन
फाइनल मुकाबलें में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने टॉस जीतने के बाद पहले सनराईजर्स हैदराबाद को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया। ऐसे में सनराइजर्स हैदराबाद की टीम टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी।
सनराईजर्स ने बनाए 178 रन
सनराइजर्स हैदराबाद खराब शुरूआत के बाद अपने कुछ बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान की बदौलत अपने निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 178 रनों का स्कोर खड़ा किया। सनराइजर्स हैदराबाद के लिए कप्तान केन विलियम्सन ने 47 रन, युसुफ पठान ने 45 रन और शिखर धवन ने 26 रनों का योगदान दिया।
वॉटसन ने लिखी चेन्नई के लिए जीत की इबारत
इसके जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स की शुरूआत भी कुछ अच्छी नहीं रही। सीएसके को पिछले मैच के नायक रहे फाफ डू प्लेसीस का विकेट जल्द ही खोना पड़ा, लेकिन इसके बाद शेन वॉटसन ने अपना एक अलग ही अंदाज दिखाया। एक बार सेट होने के बाद वॉटसन सनराइजर्स के गेंदबाजों पर टूट कर पड़े और सुरेश रैना के साथ तीसरे विकेट के लिए 117 रन जोड़कर सीएसके की जीत सुनिश्चित कर दी। वॉटसन के 117 रन और रैना के 32 रनों की मदद से ये लक्ष्य चेन्नई ने 18.3 ओवर में 2 विकेट खोकर ही हासिल कर लिया।
सनराइजर्स के कोच टॉम मूडी ने वॉटसन की पारी को बताया विशेष
सनराइजर्स हैदराबाद की हार के बाद उनके मुख्य कोच टॉम मूडी ने कहा, कि “वॉटसन की पारी विशेष थी। हमने सोचा था, कि हमारे पास एक प्रतिस्पर्धी स्कोर है। हमें कुछ विशेष करने की जरूरत थी। और वॉटसन ने आज मैच बदल दिया। ये बहुत अच्छा सीजन रहा। हमें कुछ झटके शुरूआत में ही लगे लेकिन ये तो होता है। नुकसान के बाद फिर से हमें जुड़ने का मौका मिला। हमने घर और बाहर अच्छा किया।”
राशिद खान और केन विलियम्सन है बहुत बड़े खिलाड़ी
“हां हम कुछ मैच हारे, लेकिन ये प्रतिबिंब था कि कैसा अच्छा टूर्नामेंट है। केन अद्भूत रहे। उन्होंने दिखाया कि वो दुनिया के तीन मुख्य खिलाड़ी में से एक हैं। और वो जब कप्तान होते हैं, तो हर टीम भाग्यशाली होती है। हम भाग्यशाली रहे कि वो हमारी टीम में थे। राशिद एक शानदार क्रिकेटर हैं। केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में उन्हें प्यार किया जाता है। केवल उनकी गेंदबाजी ही नहीं बल्कि फील्ड में भी उनका कमिटमेंट लाजबाव है।”
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