21वी सदी के अंत के बाद दुनिया भर से खेल के महानतम खिलाडियों में से कुछ ने टेस्ट क्रिकेट की शोभा बढ़ाई है. तेज़ गेंदबाजों से लेकर कलात्मक हरफनमौला बल्लेबाज़ों तक, पिछले 15 वर्षों में इन आश्चर्यजनक व् प्रतिभाशाली खिलाडियों ने बढ़िया स्तर पर प्रदर्शन किया है.

आइये देखते हैं उनमे से कौन हैं 90 से 81वें स्थान पर विराजमान…

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90 . गौतम गंभीर ,भारत
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े , 56 मैच ,4046 रन(42 .58 औसत)

अक्टूबर 2008 से जनवरी 2010 तक के 15 महीने के दौरान गौतम गंभीर इस दुनिया में तकरीबन सबसे बेहतर व् सबसे बढ़िया बल्लेबाज़ रहा. तभी आई सी सी ने इस खिलाडी को 2009 में साल का टेस्ट खिलाडी अवार्ड देने का निर्णय लिया था. तब विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए गंभीर ने 11 मैचों में लगातार 50 से अधिक रन बनाये थे.
बढ़िया प्रदर्शन- गंभीर पारी के सभी स्तरों व् सभी तरीकों से खेलने में कुशल है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसके करियर का बढ़िया दोहरा शतक रहा. गंभीर ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ 11 घंटे की श्रृंखला में 137 रन बनाकर भी खूब तारीफ बटोरी थी.

89 . क्रिस केर्न्स, न्यूज़ीलैंड
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े, 18 मैच , 1265 रन (45 .17 औसत), 68 विकेट (29 .63)

अपनी तीव्रता व् शक्ति के कारण वह रिचर्ड हेडली के बाद न्यूज़ीलैंड का अगला बढ़िया हरफनमौला खिलाडी माना जाता है. दायें हाथ का यह खिलाडी अपनी गेंदबाज़ी व् बल्लेबाज़ी दोनों में माहिर है. शुरुवाती गेंदबाज के तौर पर खेलने वाले क्रिस गेंद को स्विंग भी कर सकते हैं और गति पर भी पूर्ण नियंत्रण रख सकते हैं . बहरहाल इस स्तर पर हरफनमौला खिलाडी के करियर को मैच फिक्सिंग के काण्ड ने दागदार कर दिया है.
बढ़िया प्रदर्शन- मार्च 2000 में वेलिंगटन में हुए मैच में क्रिस ने अपनी टीम को 5 -66 के बुरे हालात से बहार निकालकर 298 तक पहुँचाने में मदद की थी. इस दौरान क्रिस ने 109 रनों का योगदान दिया था.

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88 . शेन वॉटसन, ऑस्ट्रेलिया
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े, 57 मैच ,3657 रन (35 .50 औसत), 74 विकेट (33 .32 औसत)

एक दशक तक शेन वॉटसन ने कई उतार चढाव व् कठिनाइयों को पार कर सफलता प्राप्त की. यह तक कि आलोचकों ने उन्हें कम प्रतिभशाली आंका. लेकिन उन्होंने हमेशा गेंदबाज़ी व् बल्लेबाज़ी से टीम में योगदान दिया. 2009 में एशेज सीरीज के दौरान उन्होंने सबको प्रभावित कर दिया व टीम के लिए 100 रन बनाये.
बढ़िया प्रदर्शन- भारत के खिलाफ दो टेस्ट सीरीज के दौरान वॉटसन ने बढ़िया प्रदर्शन करते हुए 126 रन बनाये थे. यह ऑस्ट्रेलिया टीम का उस दौरान मैच में एक मात्र शतक रहा.

87 .पीटर सिड्डल , ऑस्ट्रेलिया
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े , 56 मैच , 192 विकेट (30 .45)

एक गेंदबाज के लिए अपने टेस्ट करियर की शुरुवात में पहली विकेट ही दिग्गज सचिन तेंदुलकर की ले लेना बहुत ख़ुशी की बात होगी. 30 वर्षीय इस विश्वसनीय व साहसी गेंदबाज ने 2012 में एडिलेड में हुए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच में अपनी टीम के लिए जबरदस्त गेंदबाज़ी की थी.
बढ़िया प्रदर्शन – 2012 में होबार्ट में हुए श्रीलंका के खिलाफ मैच में सिड्डल ने 9 विकेट लिए थे.

86 . एंजेलो मैथ्यू, श्रीलंका
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े , 46 मैच , 3193 रन (51.50 औसत), 23 विकेट (55 .26 )

28 वर्षीय इस हरफनमौला खिलाडी ने टेस्ट क्रिकेट में 6 साल बहुत बढ़िया प्रदर्शन कर अपने प्रशंसकों की उमीदों पर खरा उतरा. उस वक़्त वह नंबर 6 व नंबर 5 पर श्रीलंका के लिए बल्लेबाज़ी करता रहा और इस रणनीति के तहत उसने टीम के लिए रन भी बटोरे.
बढ़िया प्रदर्शन – कोलम्बो में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुए मैच में मैथ्यू ने पहली बार 100 रन बनाये. और वहीँ इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में हुए मैच में एंजेलो ने 160 रन बनाये थे.

85 . मरवन अटापट्टू, श्रीलंका
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े ,61 मैच ,4055 रन (42 .68)

अटापट्टू के साझेदार जयसूर्या जहाँ अपनी बल्लेबाज़ी से तेज़ी से रन बटोर रहे थे वहीँ  अटापट्टू एक एक कर रनों की पूर्ति कर रहे थे. उनकी बल्लेबाज़ी को लेकर लालसा ही उनके रन कमाने का कारण है.  अटापट्टू दायें हाथ के कुशल बल्लेबाज़ हैं.
बढ़िया प्रदर्शन-  अटापट्टू  ने 2002 में 8 घंटे की श्रृंखला में 185 रन बनाकर लॉर्ड्स ऑनर बोर्ड में अपना नाम दर्ज किया.

84 .क्रिस मार्टिन , न्यूज़ीलैंड
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े ,71 मैच, 233 विकेट (33 .81 )

न्यूज़ीलैंड के टेस्ट क्रिकेट में अधिकतम विकेट लेने वाले दिगाजों में सर रिचर्ड हेडली और डेनियल वेटोरी के बाद क्रिस मार्टिन का नाम लिया जासकता है. दायें हाथ का यह गेंदबाज बहुत अच्छे से (न ही एक दम तेज़ न ही ज्यादा स्विंग) अपने विरोधी की विकेट झटक लेता है. वह अब तक 10 पांच विकेट हॉल ले चुके हैं.
बढ़िया प्रदर्शन- 2004 में ऑकलैंड में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना 12 वा टेस्ट मैच खेलते हुए क्रिस ने 11 विकेट लिए थे.

83 . मिस्बाह- उल-हक़ , पाकिस्तान
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े ,55 मैच, 3886 रन (49 .18 औसत)

मिस्बाह एक दौर में टीम के एक बहुत शांत व साहसी टेस्ट कप्तान रहे. 2010 से पूर्व कप्तान सलमान बट के स्पॉट फिक्सिंग मामले के कारण बाहर होने के बाद से मिस्बाह ने कप्तानी संभाली और तब से 36 टेस्ट मैचों में 2878 रन बनाये.
बढ़िया प्रदर्शन- अक्टूबर 2014 में इस पाकिस्तानी कप्तान ने अबु धाबी के शेख ज़ायद स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सबसे तेज़ टेस्ट शतक लगाया था.

82 . जोए रुट, इंग्लैंड
1 जनवरी 2000 से लेकर आंकड़े ,27 मैच , 2273 रन (54 .11)

जोए रुट ने अपने बढ़िया प्रदर्शन से लोगो की उमीदे काफी बढ़ा दी हैं. 24 वर्ष की उम्र में रुट पांच विभिन प्रतिद्वंदियों के खिलाफ शतक लगा चुका है. और साथ ही खुद को इंग्लैंड टीम का प्रमुख विकेट लेने वाले खिलाडी के रूप में भी स्थापित कर चुका है.
बढ़िया प्रदर्शन- पिछले वर्ष रुट ने लॉर्ड्स में श्रीलंका के खिलाफ 200 * रन बनाने में कामयाब रहा. वहीँ 2013 में इसी मैदान में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 180 रन बनाये थे.

81 . वेर्नोन फिलैंडर , दक्षिण अफ्रीका
29 मैच ,121 विकेट (21 .95)

नवंबर 2011 से इस 29 वर्षीय खिलाडी का गेंदबाज़ी में बढ़िया प्रदर्शन लोगो का ध्यान खीच चुका है. 7 टेस्ट मैचों में वेर्नोन 50 विकेट झटक चुका है.
बढ़िया प्रदर्शन- ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने क्रिकेट करियर की शुरुवात के वक़्त वेर्नोन ने 2 मैचों के दौरान 10 विकेट लिए थे.

Sportzwiki संपादक

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