5) सर गैरी सोबर्स
गैरी सोबर्स यकीनन इस खेल के सबसे बड़े खिलाडियों में से एक रहे हैं. एक आकर्षक एथलेटिक शरीर के साथ 6 फुट की ऊंचाई वाले यह खिलाडी अपनी वेस्ट इंडीज टीम का एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है. वह बहुत सुन्दर, आकर्षक हुआ करते थे और जब भी क्रीज़ पर आते तो एक सम्राट की याद ताजा हो जाया करती थी.जब भी वह गेंदबाज़ी करने आते तो इनके सहयोगियों में से कई इन्हे एक घुड़दौड़ का घोडा कहा करते थे .गैरी सोबर्स महानतम हरफनमौला खिलाड़ी थे.
4) महेंद्र सिंह धोनी
फिटनेस को लेकर चर्चा हो और उसमे धोनी का नाम न हो ऐसा हो ही नहीं सकता .धोनी भारतीय टीम के सबसे फिट खिलाडी हैं .सच तो ये है कि धोनी नॉन-स्टॉप क्रिकेट खेल रहे हैं और वो भी बिना किसी ऐसी चोट के जो इन्हे अनफिट करार कर सके. वे भारत के लिए कई जिम्मेदारी निभाते रहे हैं विकेट कीपिंग, बल्लेबाज़ी और टीम की कप्तानी .ये सब कुछ एक स्वास्थ्य खिलाडी ही पूर्णतः कर सकता है.
3) एबी डिविलियर्स
अब्राहम बेंजामिन डिविलियर्स उर्फ एबी डिविलियर्स एक में तीन का पैकेज हैं ,वह एक महान बल्लेबाज, शानदार विकेटकीपर , और एक विश्व स्तरीय क्षेत्ररक्षक भी हैं. इनकी फिटनेस का उदाहरण लिया जाये तो वह 11 सेकंड में 100 मीटर स्प्रिंट कर सकते हैं. जो वाकई बढ़िया है. वहीँ बल्लेबाजो के साथ साथ वह क्षेत्ररक्षण में भी पूरे तरह से फुर्तीले हैं.
2) एंड्रयू सायमंड्स
एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर जो केवल अपने बल पर ही या तो बल्ले, गेंद के साथ या क्षेत्र में मैच की दिशा बदल सकता है.हालांकि, मैदान से बाहर उनका रवैया एक समस्या बन गया था जब उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए हो रही मीटिंग में पहुंचना था लेकिन वह डार्विन में मछली पकड़ने चले गए जिसका खामियाज़ा इन्हे भुगतना पड़ा.
1) जोंटी रोड्स
1990 के दशक से पहले क्रिकेटर केवल क्रिकेट के दो पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते थे, बल्लेबाजी और गेंदबाजी. लेकिन दक्षिण अफ्रीका के इस खिलाडी ने खेल का तरीका व् नजरिया ही बदल दिया. क्षेत्ररक्षण के प्रति खिलाड़ियों का उदासीन रवैया हुआ करता था, विशेष रूप से उपमहाद्वीप में. हालांकि, यह सब ब्रिस्बेन में दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच विश्व कप मैच के दौरान , 8 मार्च, 1992 को बदल दिया गया. जोंटी रोड्स की फील्डिंग ने औरो में भी फील्डिंग को लेकर दिलचस्पी जगा दी.