आईपीएल 2020 की तैयारियां शुरू हो चुकी है। टूर्नामेंट के अगले सीजन के लिए खिलाड़ियों की नीलामी 19 दिसंबर को कोलकाता में होगी। आज टूर्नामेंट की रूप रेखा तैयार करने के लिए गवर्निंग काउन्सिल की मीटिंग भी हुई। इसमें अगले सीजन को लेकर कई बातें हुई। आईपीएल में अंपायरिंग के स्तर को लेकर कई बार सवाल खड़े हुए हैं।
आईपीएल 2019 में कई गलतियाँ
आईपीएल 2019 के दौरान अंपायरों से कई बड़ी गलतियाँ हुई थी। रॉयल चैलेंजर्स और मुंबई इंडियंस के बीच हुए मैच के अंतिम गेंद नो बॉल थी। अंपायर नने इसका ध्यान नहीं दिया और आरसीबी को हार मिली थी। कप्तान विराट कोहली इसके बाद काफी गुस्से में नजर आये थे और विवाद कई दिनों तक सुर्ख़ियों में रखा था।
राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच हुए मुकाबले में भी अंपायरिंग को लेकर विवाद हुआ था। कमर के ऊपर की फुलटॉस को अंपायर में नो बॉल नहीं दिया और विवाद इतना बढ़ा कि महेंद्र सिंह धोनी ने मैदान में आकर अंपायरों से बहस भी की।
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अतिरिक्त अंपायर होंगे
आईपीएल के चेयरमैन ब्रिजेश पटेल और गवर्निंग काउंसिल ने फैसला किया है कि मैच में अतिरिक्त अंपायर होंगे। अतरिक्त अंपायरों का नाम पैर के नो बॉल के साथ कमर से ऊपर रहने वाली गेंद पर फैसला देना होगा। आउटलुक इंडिया के मुताबिक काउंसिल के सदस्य ने इस बारे में जानकारी देते हुआ कहा
“यदि सबकुछ ठीक हो जाता है, तो अगले इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान, आप नियमित अंपायरों के अलावा एक और अंपायर को केवल “नो-बॉल” देख सकते हैं। यह अवधारणा अजीब लग रही है, लेकिन यह पहली आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक में चर्चा किए गए मुद्दों में से एक था। हम टेक्नोलॉजी का उपयोग करना चाहते हैं। हम केवल नो-बॉल देखने के लिए एक और अंपायर रख रहे हैं। एक अंपायर होगा, जो केवल नो-बॉल पर केंद्रित होगा। और वह तीसरे या चौथे अंपायर नहीं होंगे।”