हाल में ही भारत और श्रीलंका के बीच कोलंबो के आर प्रेमदासा, स्टेडियम में एकमात्र टी ट्वेंटी मैच खेला गया. जहाँ भारतीय टीम ने अपने विजयी रथ को बरकरार रखते हुए मेजबान श्रीलंकाई क्रिकेट टीम को 6 विकेट से हरा दिया.
मैच में हो सकता था बड़ा हादसा
भारत और श्रीलंका के बीच हुए एकमात्र टी ट्वेंटी मैच में एक क्षण ऐसा भी देखने को मिला, जो देखने को नहीं मिलना चाहिए थे. दरअसल भारतीय पारी के 17वें ओवर की पांचवी गेंद पर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने लसिथ मलिंगा की गेंद पर एक ऐसा जोरदार शॉट खेला, कि गेंद सीधा मैदान पर अंपायरिंग कर रहे रूचिरिया पल्लियांगरुपे के पास से होते हुए गुजरी ओर रूचिरिया गंभीर रूप से घायल होने से बाल बाल बच गये और बड़ी दुर्घटना घटित होने से बच गयी.
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि अंपायर रूचिरिया ने गेंद को गति को भाप लिया था और उन्होंने अपना बचाव करते हुए अपना सिर निचे कर लिया था. अगर वह अपना सिर निचे ना करते, तो वाकई में ना जाने क्या हो जाता.
पहली बार आया अंपायर का बयान
विराट कोहली के शॉट के बारे में बनात करते हुए अंपायर रूचिरिया ने अपने एक बयान में कहा, कि ”वह शॉट बिजली की तरह तेज था. मैंने अपने हाथों को जोड़कर गेंद को रोकने का प्रयास किया. मैं ये कर सकता था.”
जब अंपायर रूचिरिया से बाकी अंपायरों की तरह मैदान पर हेलमेट पहनकर अंपायरिंग करने के लिए कहा, तो इस पर रूचिरिया ने अपना बयान देते हुए कहा, कि
”दूसरे अंपायरों को हेलमेट के इस्तेमाल पर अपने विचार रखने दे. मैं निश्चित रूप से हेलमेट का इस्तेमाल नहीं करूंगा. मैंने खतरे से बचने के लिए एकदम फिट हूँ और मैंने अपने आप को इसी तरह के खतरों से बचाने के लिए रोजाना कड़ी मेहनत करता हूँ. मैं हफ्ते में चार-पांच बार जिम जाता हूँ. मेरा क्रिकेट करियर गेंद को रोकने में मेरी मदद करता हैं. अगर गेंद मुझे लग भी जाती हैं, तो मुझे कुछ नहीं होता. हाँ ! अगर गेंद मेरे लगने के बाद कोई फील्डर पकड़े लेता, तो विराट जरुर आउट हो जाते.”
मिल चुका हैं अवार्ड
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि अंपायर रूचिरिया पल्लियांगरुपे को साल 2015 में आईसीसी अंपायर ऑफ़ द इयर का अवार्ड भी मिल चुका हैं.
यहाँ देखें कोहली का वह शॉट-
https://twitter.com/eevinay/status/905478320900341760