शनिवार का दिन 18 वर्षीय अर्जुन आजाद के लिए डबल खुशियों का जश्न मनाने का अवसर लेकर आया। एक तरफ जहां भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम ने सातवें एसीसी एशिया कप की चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की वहीं दूसरी तरफ अर्जुन को प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट घोषित किया गया।
शून्य पर आउट होने के बाद भी जीता यह खिताब
हालांकि आपकों बता दें अर्जुन बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच में एक भी रन नहीं बना पाए थे, वे इस मैच शून्य पर ही आउट हो गए। अर्जुन को प्लेयर ऑफ टूर्नामेंट पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच कारण दिया गया है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ काफी धाकड़ बल्लेबाजी करके रनों की बौझार लगा दी थी।
पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने अकेले ही 121 रन बनाए थे. वहीं उनकी पूरी टीम ने मिलकर 202 रन बनाएं थे। इन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ शतक मारा था और कुवैत के खिलाफ एक अर्धशतक जड़ दिया था।
आजाद ने इस चैंपियन ट्रॉफी के बारे में किए अपने विचार व्यक्त
आजाद इस चैंपियन ट्रॉफी में जीत हासिल करने के बाद और टूर्नामेंट का खिताब हासिल करने के बाद उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि
“भले ही मैं फाइनल में अपना खाता खोलने में नाकाम रहा, लेकिन अंडर -19 एशिया कप का खिताब ट्रॉफी जीतना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। यह एक करीबी फाइनल था और पूरी टीम ने खिताबी जीत के बाद जश्न मनाया। पाकिस्तान के खिलाफ, पहले टूर्नामेंट में शतक, मेरे लिए एक विशेष पारी थी और यहां प्लेयर ऑफ़ टूर्नामेंट बनना बहुत मायने रखता है। यह मुझे आने वाले महीनों में बहुत प्रेरित करेगा.”
खाते- पीते घर से आते हैं आजाद
आजाद पंचकुला के बिजनेस मैन संजीव आजाद के बेटे हैं। अर्जुन आजाद ने नौ साल पहले सेंट जितेंद्र के कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया था। वहीं इन्होंने अपने खेल जीवन की शुरूआत की थी, बाद में, आज़ाद ने गुरु नानक पब्लिक स्कूल, चंडीगढ़ में कोच हरमिंदर पन्नू के अधीन प्रशिक्षण लिया और पिछले साल, उन्होंने पंजाब अंडर -19 टीम में अपनी जगह बनाई।
अभी तक के खेल में रहा शानदार प्रदर्शन
आजाद ने बीसीसीआई वीनू मांकड़ अंडर -19 ट्रॉफी में एक शतक (हैदराबाद के खिलाफ नाबाद 125) और तीन अर्धशतक सहित कुल 407 रन बनाए। इसके बाद, उन्होंने बीसीसीआई कूच बिहार अंडर -19 ट्रॉफी में एक शतक और दो अर्धशतक सहित 440 रन बनाए।