कल से देश के सबसे बड़े घरेलू टूर्नामेंट में से एक विजय हजारे ट्रॉफी का आगाज हो गया. विजय हजारे ट्रॉफी हर राज्य की टीमें बढ़चढ़कर हिस्सा ले रही हैं. टूर्नामेंट में एक बार फिर से सीनियर और जूनियर खिलाड़ी अपने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीतने के लिए बेताब हैं.
कहने को तो विजय हजारे ट्रॉफी में कल सोमवार, 5 फरवरी को अनगिनत मुकाबलें खेले गये, लेकिन एक मैच ऐसा भी रहा, जी सभी के लिए एक बड़ी मिसाल बन गया.
दिल्ली बनाम उत्तर प्रदेश
विजय हजारे ट्रॉफी में कल एक मैच दिल्ली और उत्तर प्रदेश की टीमों के बीच खेला गया. दोनों टीमों के बीच यह मैच बिलासपुर के लोह्नु क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया. जहाँ दिल्ली की टीम ने बेलने तारीफ खेल दिखाते हुए टूर्नामेंट में अपना पहला मैच पूरे 55 रनों से जीतकर अपने नाम किया.
दिल्ली की टीम ने पहले खेलते हुए अपने 50 ओवर के खेल में 6 विकेट के नुकसान पर 307 रनों का स्कोर बनाया और 308 रनों के विशाल लक्ष्य के समाने उत्तर प्रदेश की टीम सिर्फ 252 रन ही बना सकी और ऑल आउट हो गयी. इसी तरह दिल्ली यह मैच जीतने में सफल रही.
इस खिलाड़ी ने पेश की मिसाल
दिल्ली की टीम में जीत के सबसे बड़े हीरो सलामी बल्लेबाज और पूर्व अंडर- 19 विश्व विजयी कप्तान उन्मुक्त चंद रहे. उन्मुक्त चंद ने लाजवाब खेल दिखाते हुए 125 गेंदों में 116 रनों की शानदार पारी खेली. अपनी पारी में उन्मुक्त ने 12 चौके और तीन लम्बे लम्बे छक्के भी जमाए.
सबसे खास बात यह रही, कि उन्मुक्त ने यह पारी एक बड़े हौसले के साथ खेली. दरअसल यूपी के खिलाफ मैच खेलने से पहले उन्मुक्त चंद घायल हो गये थे और उनका जबड़ा भी टूट गया था, लेकिन इसके बाद वह मैदान पर उतरे और उत्तर प्रदेश के खिलाफ बेमिसाल शतक लगा डाला.
दिलाई कुंबले की याद
मैच से पहले जब उन्मुक्त नेट्स पर अभ्यास कर रहे थे, तब उनका जबड़ा टूट गया था, लेकिन इसके बाद भी उन्होंने मैच खेलने का फैसला किया और लाजवाब शतक लागा डाला. उन्मुक्त चंद से पहले टीम इंडिया के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले भी टूट हुए जबड़े के साथ देश के लिए मैच खेल चुके हैं.
साल 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एंटीगुआ टेस्ट में अनिल कुंबले का भी जबड़ा टूट गया था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और मैच खेलते रहे. उन्मुक्त चंद ने भी बड़ा जिगरा दिखाया और सभी के लिए एक बड़ी मिसाल पेश की. मैच के बाद सभी साथी खिलाड़ियों ने उन्मुक्त चंद की जमकर तारीफ की…
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि साल 2012 में उन्मुक्त देश को अपनी कप्तानी में अंडर- 19 विश्व कप जीता चुके हैं. हाल में ही आईपीएल ऑक्शन में सिर्फ 20 लाख का बेस प्राइज होने के बाद भी वह अनसोल्ड रहे.