भारतीय टीम के 5 जनवरी 2018 से शुरू होने वाले साउथ दौरें के लिए भारतीय टीम की टेस्ट टीम का चयन आज 4 दिसंबर सोमवार को कर लिया गया है.
इसी के चलते आज हम आपकों अपने इस खास लेख में भारतीय टीम की चुनी हुई टीम भी दिखायेंगे और टीम से जुड़े पांच चौकाने वाले फैसलों के बारे में भी बताएंगे.
इस प्रकार है साउथ अफ्रीका दौरें के लिए भारतीय टीम
#TeamIndia for three- match Test series against South Africa announced
Virat (Capt), Vijay, Rahul, Shikhar, Pujara, Rahane (vc), Rohit, Saha (wk), Ashwin, Jadeja, Parthiv, Hardik, Bhuvneshwar, Shami, Ishant, Umesh, Bumrah. #SAvIND
— BCCI (@BCCI) December 4, 2017
अब यहाँ देखे पांच चौकाने वाले फैसले :
1 जसप्रीत बुमराह को इतनी जल्दी टेस्ट टीम में मौका
भारतीय टीम के इस चयन में सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का पहली बार टेस्ट टीम में चयन थी.
जसप्रीत बुमराह वनडे और टी20 क्रिकेट के स्पेस्लिशट गेंदबाज जाने जाते है, लेकिन पहली बार जसप्रीत बुमराह को भारतीय टेस्ट टीम में जगह देकर भारतीय चयनकर्ताओं ने सभी को चौका दिया है, इस तरह से उन्हें टेस्ट टीम में जगह देने से उनके वनडे और टी-20 गेंदबाजी पर भी असर पड़ सकता है जो भारत और बुमराह के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है.
2. संजू सैमसन को नजरंदाज कर पार्थिव पटेल को मौका क्यों?
भारतीय टीम के चयनकर्ताओं ने साउथ अफ्रीका दौरें के लिए एक अन्य विकेटकीपर के तौर पर पार्थिव पटेल को मौका दिया है, लेकिन यह इसलिए ज्यादा हैरान करता है, क्योंकि पार्थिव ने अपनी पिछली 10 पारियों में एक ही में शतक बनाया हुआ है, उसके अलावा वह हलियाँ रणजी सीजन में कुछ खास नहीं कर पाये है.
अगर राजस्थान के खिलाफ उनकी 173 रन की पारी को हटा दिया जाए, तो उन्होंने पिछले सात पारियों में (33, 34, 4, 23, 25, 3, 18) के ऐसा स्कोर ही बनाये है. जबकि संजू सैमसन ने अपनी पिछली 6 पारियों में से तीन में शतक लगाये हुए है.
3. आखिर 15 की जगह 17 खिलाड़ी क्यों?
चयनकर्ताओ के चौकाने वाले फैसलों में यह फैसला भी काफी चौकाने वाला रहा, कि आखिर क्यों साउथ अफ्रीका 15 खिलाड़ियों के बजाय 17 खिलाड़ियों को ले जाया जा रहा है, लेकिन कही हद तक चयनकर्ताओं का यह चौकाने वाला फैसला भारतीय टीम के काम ही आएगा.
4. कुलदीप और विजय शंकर को बिना मैच खिलाये ही बाहर का रास्ता कैसे दिखा सकते है
भारतीय चयनकर्ताओं का सबसे बड़ा चौकाने वाला फैसला यह है, कि आखिर क्यों कुलदीप यादव और विजय शंकर जैसे युवा खिलाड़ियों को श्रीलंका के खिलाफ बिना प्लेयिंग इलेवन में ही खिलाये साउथ अफ्रीका दौरे की 17 सदस्यी टीम में नहीं चुना. शायद अब घर में बैठकर यह खिलाड़ी भी सोचते रहेंगे, कि आखिर हमारी गलती क्या थी जो हम अफ्रीका दौरे के लिए नहीं चुने गये.
5. रणजी ट्रॉफी में रनों का अंबार लगाने वालों को टीम में जगह क्यों नहीं
कहा जाता है, कि अगर आपकों भारतीय टीम में जगह बनानी है तो आप रणजी में रनों का अंबार लगा दो और इस रणजी सीजन में ऐसा ही कुछ कर्नाटक के ओपनर बल्लेबाज मयंक अग्रवाल, पंजाब के युवा बल्लेबाज अनमोल प्रीत सिंह और संजू सैमसन ने भी किया था, लेकिन चयनकर्ताओ ने ना तो इन स्टार खिलाड़ियों को जगह दी और ना ही अन्य कोई ऐसे खिलाड़ी को टीम में जगह दी जो रणजी के इस सत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहा हो.
हालाँकि, जसप्रीत बुमराह और पार्थिव पटेल को जगह मिली हुई है, लेकिन जसप्रीत यह रणजी सत्र नहीं खेल रहे है. जबकि पार्थिव का एक मैच को छोड़ इस रणजी सीजन में प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा है.