चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला आज रविवार 18 जून को लंदन के ओवल मैदान पर खेला जाएगा. चैंपियंस ट्रॉफी का ख़िताब इस साल किसके सिर सजेगा इस सवाल का जवाब क्रिकेट जगत की सबसे बड़ी भिड़ंत भारत और पाकिस्तान के बीच मैच के बाद मिल जाएगा.
दोनों ही टीमें इस साल केवल एक मैच हारी है और फाइनल तक का सफ़र तय किया है, टीम इंडिया ने पहले मैच में पाकिस्तान को ही 124 रनों के बड़े अंतर से मात देकर अपने सफ़र की शुरुआत की थी और पाकिस्तान ने उसके बाद ऐसी वापसी की, जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो. भारतीय टीम से बाहर चल रहे हरभजन सिंह ने विराट कोहली नहीं बल्कि इस भारतीय खिलाड़ी को बताया अफ्रीका के खिलाफ मिली जीत का हीरो
मुसीबत में टीम इंडिया के ब्रांड अम्बेसडर
आईसीसी ने इस साल सभी आठ टीमों से एक एक दिग्गज खिलाड़ी को चुना है, जोकि अपनी टीम का ब्रांड अम्बेसडर बनाकर उनका प्रोत्साहन करने के लिए चुना है और भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए आईसीसी ने दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को चुना है.
लेकिन हरभजन सिंह खुद एक बड़ी मुसीबत में फंस गए है, दरअसल जेट एयरवेज के पूर्व पायलट ने हरभजन सिंह पर मानहानि का केस किया है, उन्होंने हरभजन पर गलत आरोप लगाने के लिए यह केस किया है. साथ ही उन्होंने जेट एयरवेज के दो अधिकारीयों पर भी मानहानि का दावा ठोका है.
क्या था पूरा मामला
हरभजन सिंह ने जेट एयरवेज के एक पायलट पर नस्लभेदी टिपण्णी करने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद उस पायलट पर कार्यवाही करते हुए कंपनी ने उसे नौकरी से निकाल दिया था. चैम्पियंस ट्रॉफी में न चुने जाने पर गुस्साये हरभजन सिंह ने धोनी के खिलाफ दिए गये विवादित बयान पर पेश की सफाई
लेकिन अब उस व्यक्ति ने हरभजन और जेट एयरवेज के खिलाफ कोर्ट में जाने का फैसला किया है और केस दर्ज करवाया है.
अभी तक नहीं आई जेट और हरभजन की कोई टिपण्णी
जेट एयरवेज के पूर्व पायलट बर्न्ड हुसैलिन के केस का प्रतिनिधित्व कर रहे स्मित शुक्ला ने अपनी शिकायत में कहा, कि “मेरे क्लाइंट के खिलाफ यात्रियों ने गलत शिकायत की, जिसपर कंपनी ने बिना सोचे समझे एक्शन लिया और बाद में जब भारत के दिग्गज क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी इस बात पर बयान दिया, तो मेरे क्लाइंट को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा.”