विश्व कप 2019 के लिए भारतीय टीम में ऑलराउंडर विजय शंकर को जगह मिली है। शंकर को अनुभवी अंबाती रायडू की जगह टीम में चुना गया है। इस वजह से चयनकर्ताओं की काफी आलोचना की गयी थी। आईपीएल में भी विजय शंकर कुछ खास नहीं कर पाए हैं और इसके साथ ही उनके पास सिर्फ 9 वनडे मैचों का अनुभव है।
यह है चुनौती
विजय शंकर को विश्व कप में नंबर चार पर बल्लेबाजी करने का मौका मिल सकता है। उन्होंने कहा है कि वह कैसे तैयारी करते हैं, यह उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती है। एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा
“चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने और निचले क्रम में बल्लेबाजी करने में अंतर है। मैं खुद को कैसे तैयार करूंगा, मेरे लिए असली चुनौती होगी। मुझे अच्छे आकार में होने की जरूरत है, सबसे महत्वपूर्ण बात यह होगी कि मैं स्थिति के अनुसार कैसे खेलूंगा।”
आसान नहीं रहा सफर
विजय शंकर ने खुलासा किया है कि उनके लिए विश्व कप टीम में जगह बनाने तक का सफर आसान नहीं रहा है। उन्होंने चोट की वजह से काफी क्रिकेट मिस भी किया है। उन्होंने इस बारे में कहा
“ईमानदार से कहूं तो काफी अच्छा सफर रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि मुझे काफी कई चोटें लगी थीं और मैंने क्रिकेट को बहुत मिस किया। लेकिन इन चोटों ने मुझे बहुत सी चीजें सिखाईं, मुझे कई अन्य चीजों पर ध्यान देना चाहिए।”
क्षमता पर भरोसा करना जरुरी
विजय शंकर ने अभी तक खेले 9 वनडे मैचों में सभी को प्रभावित किया है। उन्होंने गेंद से ज्याद बल्ले के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है और इसी वजह से उन्हें नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने का मौका भी मिल सकता है। उन्होंने कहा
“मैं जहां भी खेलता हूं, उसी तीव्रता के साथ खेलने की कोशिश करता हूं। मैं जो भी खेल खेलता हूं, मैं यह सुनिश्चित करने की कोशिश करता हूं कि मुझे उस मैच से कुछ मिले। इसलिए मुझे लगता है कि एक क्रिकेटर के रूप में आपको आगे बढ़ना होगा और अपनी क्षमता पर विश्वास रखना होगा।