भारतीय क्रिकेट गलियारों में कई ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट में तो या तो मौका ही नहीं पाया या मौका पाने पर अच्छा नहीं कर सके लेकिन घरेलू क्रिकेट में इन कुछ खिलाड़ियों की खूब तूती बोलती है। घरेलू क्रिकेट में ऐसे कई खिलाड़ी हां जिन्होंने रणजी क्रिकेट या प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बड़े-बड़े कारनामों को अंजाम दिया है।
आर विनय कुमार ने हासिल किया बड़ा कीर्तिमान
कुछ उसी तरह के ही खिलाड़ी हैं कर्नाटक के पूर्व कप्तान आर विनय कुमार… कर्नाटक को अपनी कप्तानी में दो बार रणजी खिताब दिलाने वाले विनय कुमार इसी साल रणजी ट्रॉफी के लिए कर्नाटक की टीम को छोड़ पुडुचेरी के लिए खेलते हुए अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बड़ा कारनामा किया है।
भारतीय घरेलू क्रिकेट में बड़ा नाम रहे आर विनय कुमार को वैसे तो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए कुछ इंटरनेशनल क्रिकेट मैच खेलने का मौका मिला लेकिन वहां विनय कुमार खास छाप नहीं छोड़ सके।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 500 विकेट आंकड़े को छूआ
लेकिन आर विनय कुमार का भारतीय घरेलू क्रिकेट में बड़ा कद है और उन्होंने सोमवार को रणजी ट्रॉफी में पुडुचेरी के लिए खेलते हुए चंड़िगढ़ के खिलाफ अपने करियर में एक बड़े मील के पत्थर को छुआ है जिसमें उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर के 500 विकेट पूरे किए।
विनय कुमार ने अपने प्रथम श्रेणी के 15 सालों के शानदार करियर में सोमवार को चंडिगढ़ के खिलाफ 500वां विकेट हासिल किया। कर्नाटक के लिए लंबे समय तक खेले विनय कुमार ने पिछले ही साल कर्नाटक के युवा खुलाड़ियों को मौका देने के कारण पुडुचेरी टीम का रूख किया जिसके लिए वो अब खेल रहे हैं।
विनय कुमार ने 500 विकेट लेने को लेकर कही ये बात
विनय कुमार के भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए भी 31 वनडे मैच खेले हैं। इन मैचों में विनय कुमार ने 38 विकेट हासिल किए। हालांकि इसके बाद विनय कुमार कभी नहीं खेल सके और बड़ा इंटरनेशनल करियर नहीं बना सके।
विनय कुमार ने इस रिकॉर्ड को छूने के बाद कहा कि” ये वास्तव में मेरे लिए कभी मायने नहीं रखता था। इसलिए मैं अभी यहां हूं। मेरी भूमिका विकेट लेने और अपनी टीम के लिए मैच जीतने की है। जब मैं मैदान में उतरता हूं तो मैं सबकुछ भूल जाता हूं। मेरा एकमात्र उद्देश्य मैच जीतना है।”