सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली की दोस्ती जग जाहिर रही है. मुंबई के आजाद मैदान से लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भारतीय तक का सफर लगभग दोनों ने एक साथ ही तय किया. हालाँकि सचिन तेंदुलकर रेस में उनसे ज्यादा ही आगे निकल गया और विनोद कांबली का अंतर्राष्ट्रीय करियर ज्यादा बड़ा नहीं रहा.
आज क्रिकेट की दुनिया का हर एक रिकॉर्ड मास्टर ब्लास्ट सचिन तेंदुलकर के नाम पर दर्ज है. सबसे ज्यादा शतकों की बात कर ली जाए, या सर्वाधिक रन की. हर मामले में सचिन तेंदुलकर ने बाजी मारी और टीम इंडिया के नाम विश्व क्रिकेट में रोशन किया.
मगर क्या आपको पता है, एक रिकॉर्ड ऐसा भी रहा…. जहाँ विनोद कांबली अपने बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर पर हावी नजर आए.
टेस्ट औसत के मामले में सचिन पर भारी पड़े कांबली
आप इस वक़्त यही सोच रहे होगे कि क्रिकेट की दुनिया का भला ऐसा कौन सा वह रिकॉर्ड हो सकता है, जिसमें विनोद कांबली सचिन तेंदुलकर से आगे निकल गये. दरअसल आपको यह जानकर हैरानी होगी, कि क्रिकेट के मूल स्वरुप टेस्ट में विनोद कांबली की औसत सचिन तेंदुलकर से बेहतर रही.
टेस्ट क्रिकेट में विनोद कांबली ने 54.20 की औसत के साथ रन बनाए, जबकि सचिन तेंदुलकर की औसत इस प्रारूप में 53.78 की रही. टेस्ट क्रिकेट में लगातार दो मैचों में दो दोहरे शतक जमाने वाले विनोद कांबली ने टीम इंडिया के लिए सन 1993 से 1995 के बीच कुल 17 टेस्ट खेले. इस दौरान उन्होंने 54.20 की औसत से 1084 रन बनाये. टेस में कांबली के नाम पर चार शतक और तीन अर्द्धशतक भी दर्ज रहे.
वही सचिन तेंदुलकर ने सन 1989 में अपने करियर का आगाज किया था और साल 2013 तक के बीच उन्होंने 200 टेस्ट खेले. 53.78 की औसत से सचिन ने टेस्ट में 15921 रन बनाये. टेस्ट में सचिन के नाम पर 51 शतक और 68 अर्द्धशतक दर्ज रहे.
साथ में खेले 17 टेस्ट
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने एक साथ भारतीय टीम के लिए 17 टेस्ट मैच खेले. इन 17 टेस्ट मैचों में दोनों ने दोनों ने पांच बार एक साथ बल्लेबाजी की और 581 रन बनाये. दोनों का बीच सबसे बढ़िया साझेदारी 194 रनों की रही. एक साथ बल्लेबाजी करते हुए सचिन और कांबली ने तीन शतक और एक अर्द्धशतक साझेदारी भी बनाई.
194 रन सचिन और कांबली की जोड़ी ने सन 1993 में इंग्लैंड के विरुद्ध मुंबई के मैदान पर बनाये थे. इस साझेदारी की दौरान सचिन तेंदुलकर के बल्ले से 78, जबकि विनोद कांबली के बल्ले से 224 रनों की पारी आई थी.