भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और मौजूदा कप्तान विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के लिए 2 अनमोल रत्न जैसे ही हैं। माही के बाद टीम की कमान विराट कोहली को सौंपी गई।
विराट की कप्तानी में भले ही अब तक टीम इंडिया ने सीमित ओवर क्रिकेट में कोई खिताब न जीता हो, मगर टेस्ट में टीम ने लंबे वक्त तक आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर-1 पर खुद को काबिज रखा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि विराट-धोनी कुछ खिलाड़ियों को हमेशा नजरअंदाज करते रहे, जिसके चलते उनका करियर सोच से अलग जाकर खत्म हो गया।
तो आइए आपको बताते हैं उन बदनसीब खिलाड़ियों के बारे में जो इन दोनों की कप्तानी के दौरान टेलेंटेड होते हुए भी अपने क्रिकेट करियर में कुछ खास नहीं कर पाए।
इन 5 खिलाड़ियों को कोहली-धोनी की कप्तानी में नहीं मिल पाए मौके
1- अंबाती रायडू
भारतीय क्रिकेट टीम जिस वक्त इंग्लैंड एंड वेल्स में विश्व कप में विजयरथ पर सवार थी उस वक्त भारत में मध्यक्रम बल्लेबाज अंबाती रायडू ने संन्यास ले लिया। असल में विश्व कप के टीम चयन के वक्त चयनकर्ताओं ने रायडू को बतौर कवर प्लेयर चुना गया था।
लेकिन पहले शिखर धवन के रिप्लेसमेंट के तौर पर पंत को इंग्लैंड बुलाया गया फिर ऑलराउंडर अंबाती रायडू की इंजरी के बाद मयंक अग्रवाल को इंग्लैंड से बुलावा आ गया। लगातार 2 बार अंबाती रायडू को नज़रअंदाज कर दिया गया। हालांकि मयंक अग्रवाल को विश्व कप में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिल पाया लेकिन वह 15 सदस्यीय टीम का हिस्सा रहे।
विराट कोहली ने उन्हें बुरी तरह नजरअंदाज किया शायद इसी बात को दिलपर लेते हुए उन्होंने संन्यास की घोषणा कर दी। हालांकि हैदराबाद से अपनी घरेलू टीम से खेलने के लिए रायडू ने क्रिकेट से यू टर्न ले लिया है।