विश्व क्रिकेट में जब सबसे तेज गेंद डालने वाले गेंदबाज की बात आती है तो पाकिस्तान के तूफानी गेंदबाज रहे शोएब अख्तर का नाम सबसे पहले निकलकर सामने आएगा। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में रफ्तार का जो नमूना पेश किया है वो और कोई गेंदबाज नहीं कर सका है। शोएब ने अपनी तूफानी रफ्तार से बल्लेबाजों के मन में खौफ में डाल के रखा था।
शोएब अख्तर ने दी सचिन-कोहली पर अपनी राय
शोएब अख्तर के करियर में कई बार तो ऐसी गेंदबाजी देखी गई है जिसे कातिलाना शब्द भी दिया गया है। रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर रहे शोएब अख्तर का भारतीय बल्लेबाजों के साथ सामना हमेशा चर्चा में रहता था। शोएब अख्तर का भारतीय बल्लेबाज खासकर सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी करने के तो कई किस्से निकलकर सामने आए हैं।
खतरनाक गेंदबाज होते हुए भी सचिन ने लगाए 100 इंटरनेशनल शतक
शोएब अख्तर ने दुबई में खलील टाइम्स को दिए इंटरव्यू में कई बातों का जिक्र किया शोएब अख्तर ने कहा कि आप जानते हैं कि जब मैं पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट में आया तो सचिन के साथ ही किसी के लिए भी
“मुझे खेलना इतना आसान नहीं था। क्योंकि मैं बहुत तेज गेंद डालता था। जब मैंने अपना पहला इंटरनेशनल मैच खेला तब सचिन 10 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रहे थे और वो मुझे ग्लेन मैक्ग्राथ,वसीम अकरम और वकार यूनिस जैसे गेंदबाजों का सामना करते थे लेकिन उन्होंने इसके बाद भी कई शतक लगाए और 100 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने। ये आदमी की काबिलियत को दिखाता है।”
विराट कोहली ही हैं एकमात्र खिलाड़ी जो तोड़ सकते हैं सचिन का रिकॉर्ड
इसके साथ ही शोएब अख्तर को विराट कोहली के 50 इंटरनेशनल शतकों के बाद सचिन के 100 शतक के रिकॉर्ड को तोड़ने को लेकर सवाल किया गया, तो शोएब ने कहा कि
“विराट कोहली आधुनिक युग के सबसे महान बल्लेबाज हैं। जब वो रनों का चेज करते हैं, तो उसने बेहतर समझदारी किसी को नहीं है कि कैसे पारी को आगे बढ़ाना है।हां, उन्होंने 50 शतक अब तक लगा दिए हैं। मुझे लगता है कि वो एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।लेकिन अभी तो उन पर कोई दबाव नहीं है। उन्हें अब तो बाहर जाना चाहिए और अपने खेल का आनंद लेना चाहिए। उनकों अपना खुद का ध्यान रखना चाहिए।”
मिस्बाह 43 की उम्र तक खेले तो विराट तो खेल सकते हैं 44 तक
कोहली के इंटरनेशनल क्रिकेट में खेलने के सवाल पर अख्तर ने कहा कि
“अगर मिस्बाह उल हक 43 की उम्र तक खेल सकते हैं तो विराट कोहली तो तब तक खेल सकते हैं. जब वो 44 के हो जाए।अगर वो लंबे समय से खेलते हैं और अगर वो इसी तरह के शतक के स्कोर जो अभी बना रहे हैं वो जारी रखते हैं तो मुझे कोई शक नहीं है कि वो शतकों के रिकॉर्ड तक पहुंच जाएंगे और इतना ही नहीं वो 120 शतक लगा सकते हैं।”