भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली वनडे क्रिकेट के वर्तमान समय में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं. विराट कोहली क्रिकेट में अनगिनत रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके है. बता दे, कि भारतीय कप्तान विराट कोहली ने साल 2008 में श्रीलंका के खिलाफ अपने वनडे क्रिकेट करियर का डेब्यू किया था और तब से ही विराट कोहली ने इन 12 सालों में वनडे क्रिकेट में पीछे मुड़कर नहीं देखा है.
गैरी कर्स्टन ने मुझे काफी पॉजिटिव सलाह दी
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने अपने बयान में कहा, “कुछ लोगों का मेरे करियर में बहुत बड़ा योगदान है. इनमें से एक कोच हैं गैरी कस्टर्न, जिनकी कोचिंग में भारत ने 2011 का वर्ल्ड कप खिताब जीता था.
जब भारतीय टीम में मुझे जगह मिली, तो गैरी कर्स्टन ही मेरे पहले कोच थे. उन्होंने मुझे काफी पॉजिटिव सलाह दी. मुझे फ्रंट फुट की काफी दिक्कत थी और इस बारे में मैं गैरी से काफी बात किया करता था. तब उन्होंने मुझसे कहा था कि तुम्हारा सिर एकदम सीधा है और गेंद पैड पर नहीं लग रही है, तो फिर फ्रंट फुट के बारे में चिंता करने की जरुरत ही नहीं है. उस पॉजिटिव फीडबैक से मुझे काफी फायदा मिला.”
मार्क बाउचर को भी दिया अपनी सफलता का श्रेय
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने आगे अपने बयान में कहा, “गैरी कर्स्टन से पहले आईपीएल में मार्क बाउचर ने मेरी काफी मदद की थी. उन्होंने मुझसे कहा था कि अगर 4 साल बाद मैं वापस इंडिया कमेंट्री के लिए आता हूं और तुम्हें भारत के लिए खेलता नहीं देखता हूं तो फिर मुझे काफी निराशा होगी.
बाउचर मुझे नेट्स में ले जाया करते थे और टेनिस बॉल से शॉर्ट पिच गेंदों की प्रैक्टिस करवाया करते थे. उन्होंने मुझसे कहा था कि अगर तुम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहते हो तो फिर तुम्हे शॉर्ट बॉल खेलना होगा, नहीं तो क्रिकेट भूल जाओ. हमारे पूर्व कोच डंकन फ्लेचर ने भी मुझे काफी कुछ सिखाया.”
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली को अगर अब ‘रिकॉर्ड ब्रेकिंग कोहली’ भी कहा जाये तो गलत नहीं होगा, क्योंकि भारतीय कप्तान विराट कोहली अब जब भी क्रिकेट के मैदान में उतर रहे है, तो कुछ ना कुछ रिकॉर्ड अपने नाम कर ही ले रहे हैं.