भारतीय क्रिकेट टीम ने एक तरफ वेस्टइंडीज की टीम से वनडे औत टी 20 मुकाबला जीत लिया है, साथ ही रविवार को भारत ने अपना पहला टेस्ट मुकाबला जीत लिया. भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में ज्यादा कोइ कमी नहीं थी, लेकिन यह मुकाबला भारत को बल्लेबाजों ने नहीं गेंदबाजों ने जीताया है. इन सब के बीच इस मुकाबले से पहले विराट कोहली को रोहित शर्मा को टीम में न लेने के कारण आलोचना झेलनी पड़ी थी, जिसका जवाब विराट कोहली ने इस अंदाज़ में दिया है.
विराट कोहली ने अपने आलोचकों को दिया जवाब
वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले-टेस्ट की शुरुआत से पहले, विराट कोहली ने रोहित शर्मा के आगे हनुमा विहारी को जगह दी, जिसके बाद कोहली की आलोचना होने लगी थी. रोहित शानदार फॉर्म में हैं, हाल ही में खेले गए विश्व कप में उनके प्रदर्शन से सब वाकिफ थे, इसके बाद भी उनको मौका नहीं दिया गया.
भारत के सलामी बल्लेबाज ने टूर्नामेंट में रिकॉर्ड पांच टन स्कोर करने के बाद विश्व कप में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में खेला. वेस्ट इंडीज के खिलाफ बाद की टी20 सीरीज़ में, उन्होंने तीसरे गेम में शानदार अर्धशतक जमाया और वार्मअप गेम में एक और अर्धशतक जमाया.
यहां तक कि अपने आखिरी टेस्ट मैच में रोहित ने मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 63 रन बनाए थे.
हनुमा विहारी का भारतीय टीम में प्रदर्शन
विहारी ने अपने बल्ले से प्रभावित किया क्योंकि भारत ने वेस्टइंडीज को 318 रनों से हरा दिया। पहली पारी में 32 रन बनाने के बाद, विहारी ने दूसरे में 93 रन बनाए – उनका सर्वोच्च टेस्ट स्कोर था.
खेल के अंत में बोलते हुए, विराट कोहली ने यह स्पष्ट कर दिया कि विहारी को केवल उस संयोजन के लिए नोड मिला है जो टीम चाहती थी. विहारी की गेंदबाजी करने की क्षमता की ओर इशारा करते हुए, कोहली ने कहा कि यह निर्णय पूरी टीम से परामर्श करने के बाद लिया गया.
विराट कोहली ने कहा कि,
“विहारी एक प्रभावी अंशकालिक गेंदबाज है और हमें ओवर रेट के साथ पकड़ने की आवश्यकता होने पर हमारी मदद करता है. हमने सबसे पूछ कर और टीम के लिए सबसे अच्छा क्या होगा, इसके बाद कोई फैसला लेते हैं तभी जाकर प्लेइंग इलेवन तय की जाती है, आप सब भी जानते हैं कि यह फैसला टीम के हित में था.”