भारतीय टीम की रन मशीन कहे जाने वाले कप्तान विराट कोहली ने कल रविवार को एक बार फिर अपने करियर का 30वा शतक लगाकर भारतीय टीम को कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गये पांचवे वनडे मैच में 6 विकेट से आसान जीत दिला दी और श्रीलंकाई क्रिकेट टीम का उसी की धरती पर पांच मैचों की सीरीज में 5-0 से सूपड़ा साफ कर दिया.
भारत की इस शानदार सीरीज जीत के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक पत्रकार ने भारतीय कप्तान विराट कोहली से सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ने के बारे में एक सवाल पूछ डाला, मगर भारतीय कप्तान ने उस पत्रकार के इस सवाल का जवाब बड़े ही रोचक अंदाज में दिया.
पत्रकार : आप सचिन तेंदुलकर के 49 शतकों का रिकॉर्ड तोड़ने के बारे में क्या सोच रहे हो ?
कोहली : “मैं अभी शतकों के मामले में उस महान आदमी से काफी दूर हूं, शायद मेरा उनका ये रिकॉर्ड तोड़ने का ये प्रयाश मुझे नर्क की तरफ ले जायेगा, इसलिए मैं इसके बारे में बिलकुल नहीं सोच रहा हूँ, मैं केवल टीम के बारे में सोच रहा हूं,
अगर मेरे 90 रन बनाने से भी टीम को जीत मिलती है, तो मेरे लिए वो 90 रन ज्यादा महत्यपूर्ण है, बजाये किसी शतक के इसलिए मैं ना तो अभी और ना ही कभी उस महान व्यक्ति के रिकॉर्ड को तोड़ने के बारे में सोचूंगा.”
पोंटिंग के शतकों की बराबरी करना सम्मान की बात
सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग के30 शतकों की बराबरी कर ली है रिकी पोंटिंग के शतकों की बराबरी पर कोहली ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “रिकी पोंटिंग जैसे महान बल्लेबाज के साथ शतकों की संख्या में समान खड़े होना मेरे लिए सम्मान की बात है मगर मैं एक बार फिर कहूँगा, कि व्यतिगत रिकॉर्ड ज्यादा मायने नहीं रखते है सिर्फ टीम का प्रदर्शन ज्यादा मायने रखता है”
व्यतिगत रिकॉर्ड की उपेक्षा करना भी मुश्किल
विराट कोहली ने आगे अपनी इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा “व्यतिगत रिकॉर्ड की चीजें किसी भी खिलाड़ी के करियर में चलती रहती हैं, इसलिए हम चीजों को लक्षित नहीं करते हैं, लेकिन हाँ, व्यतिगत रिकॉर्ड की उपेक्षा करना भी मुश्किल है, क्योंकि अंत में संन्यास के बाद खिलाड़ी के पास यही कुछ चीजे रह जाती है.”