भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पिछले दिनों देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और नए खिलाड़ियों को पहचान-सम्मान दिलाने के मकसद से इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) की टीम एटलेटिको डी कोलकाता के सह-मालिक संजीव गोयनका ने मिलकर एक नई पहल की. दोनों मिलकर देश में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को स्कॉलरशिप और अवार्ड देकर सम्मानित करेंगे.
यह स्कॉलरशिप विराट कोहली फाउंडेशन (वीकेएफ) और आरपी संजीव गोयनका ग्रुप द्वारा दी जाएगी. वीकेएफ इस पहल में सालाना दो करोड़ रुपये की मदद देगा.
जब कोहली मंच से अपना भाषण दे रहे थे उस दौरान स्टेज पर द्रोणाचार्य पुरुष्कार सम्मानित पुलेला गोपीचंद, दीपा मालिक के आलावा तमाम बड़े खिलाड़ी बैठे थे, लेकिन विराट ने भाषण की शुरुवात गोपीचंद के नाम से की. जो खुद गोपीचंद के लिए चौकाने वाली थी.
विराट से नही थी ऐसी उम्मीद-
पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी पुलेला गोपीचंद ने कहा, मैं उस समय बिलकुल आवाक रह गया जब कोहली ने अपने भाषण की शुरुवात मेरे नाम से की. गोपीचंद ने कहा, इससे भी ज्यादा चौकाने वाली बात यह थी, जब कोहली ने बताया कि उन्होंने अपने सभी दोस्तों के साथ मेरी इंग्लैंड चैंपियंनशिप टीवी पर देखी थी. गोपीचंद ने कहा, वह एक सच्चे उदाहरण हैं असली खिलाड़ी के.
इस प्रेरणादायक स्पीच को अपने छात्रों को सुनाऊंगा, गोपीचंद-
गोपीचंद ने कहा, कि वह लौट कर यह स्पीच अपने सभी छात्रों को सुनाएगे.इस छोटी मगर प्रेरणादायक स्पीच छात्रों के लिए महत्वपूर्ण होगी. गोपीचंद ने कहा, विराट ने जो सन्देश दिया कि असली खिलाड़ी वही है. जो परिस्थितियों से हार न माने, भले ही कितनी भी चुनौती पूर्ण परिस्थितियाँ हो. कोहली की यही प्रतिबद्धता और लगन उन्हें सफलता के अलग ही मुकाम पर ले गयी है.
क्या कहा था कोहली ने-
कोहली ने गोपी की तारीफ करते हुए कहा कि जब यह दिग्गज वर्षों पहले ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन का फाइनल खेल रहा था तो हम बहुत उत्साहित थे. हम दूरदर्शन पर वह मैच देख रहे थे. उन्होंने कोच के रूप में पीवी सिंधू, साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत जैसे विश्व स्तरीय खिलाड़ी देश को दिए हैं.