भारत और इंग्लैंड (INDvsENG) के बीच 3 मैचों की वन-डे सीरीज़ का तीसरा मैच पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम (Maharashtra Cricket Association) में खेला गया. इससे पहले खेले गए दोनों मैचों में भारत और इंग्लैंड के 1-1 मैच जीतने के बाद सीरीज़ बराबरी पर थी. इस मैच में इंग्लिश टीम के कप्तान जोस बटलर (Jos Buttler) ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाज़ी फ़ैसला लिया.
भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 48.2 ओवर में हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और ऋषभ पंत की शानदार अर्धशतकीय पारियों के दम पर पूरे 10 विकेट खो कर 329 रन बनाए. इसके बाद आखिरी ओवर तक चले मैच में भारतीय टीम ने शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) और भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) की शानदार बॉलिंग के दम पर 7 रन से जीत दर्ज की.
तीसरे मैच में मिली जीत के बाद 2-1 से सीरीज़ जीत पर बोलते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने मैच के बाद हर मसले पर खुल कर बात की.
इंग्लिश टीम के लिए सैम करन की कोशिश काबिलेतारीफ़ – विराट कोहली
सीरीज़ के तीसरे और आखिरी मैच में मिली 7 रन की जीत के साथ ही 2-1 की सीरीज़ जीत पर पोस्ट-मैच प्रेज़ेटेशन में भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने कहा कि,
“जब दोनों सीनियर सलामी बल्लेबाज़ आपस में एक दूसरे के साथ कंपटीशन को देख कर हमें खुशी है कि आने वाले समय में काफ़ी बेहतरीन मैच देखने को मिलेंगे. इंग्लिश टीम को मैच में बनाए रखने के लिए सैम करन (Sam Curran) ने बेहद शानदार पारी खेली. सैम की वजह से ही हमें मैच को जल्दी फ़िनिश करने में देर लगी और इसके अलावा हार्दिक (Hardik Pandya) और नटराजन के छोड़े कैचों से भी देर लगी.
एक खिलाड़ी जिससे कैच छूटा हो उसके लिए वो स्थिति काफ़ी निराशाजनक होती है. कई बार कैच छोड़ना आपको भारी भी पड़ जाता है. हमारी टीम के इंटेंट में कोई कमी नहीं थी, टीम की बॉडी लैंग्वेज काफ़ी शानदार थी. जिसके बाद आखिरकार हम मैच जीतने में सफ़ल रहे.”
शार्दुल ठाकुर मैन ऑफ़ द मैच क्यों नहीं? – भारतीय कप्तान
मैन ऑफ़ द सीरीज़ और मैन ऑफ़ द सीरीज़ के चयन पर कोहली (Virat Kohli) ने अपनी राय रखते हुए कहा कि,
“मुझे आश्चर्य है कि शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) को मैन ऑफ़ द मैच नहीं मिला और वहीं दूसरी ओर भुवनेश्वर को भी मैन ऑफ़ द सीरीज़़ नहीं दिया गया. उन दोनों को बिल्कुल विपरीत परिस्थितियों में शानदार गेंदबाज़ी करने का पूरा श्रेय जाता है. प्रसिद्ध और क्रुनाल ने अच्छी गेंदबाज़ी की.
इसके अलावा डेथ ओवर्स में हमारी बल्लेबाज़ी भी बेहद शानदार थी. शुरुआती विकेट जल्दी गिरने के बावजूद अगर ऊपर के 3 बल्लेबाज़ी शतक बना पाते तो यक़ीनन हमारा स्कोर 370 या 380 होता. ये जीत काफ़ी सुखद है क्योंकि ये दुनिया की नंबर एक टीम के खिलाफ़ है, इसके बाद अब हमारा अगला फ़ोकस आईपीएल पर है.”
अगली सीरीज़ों में शेड्यूल का रखना होगा ख्याल – कोहली
आखिर में कप्तान कोहली (Virat Kohli) ने बायोबबल में सीरीज़ के कार्यक्रम के मसले पर बोलते हुए कहा कि,
“इंग्लैंड के खिलाफ़ ये सीरीज़ एक बेहतरीन सीज़न था, इसे खत्म करने का ये बेहद शानदार तरीका था. आगे के मैचों में हमें मैचों के कार्यक्रम को ध्यान में रखना होगा, क्योंकि बायोबबल्स में रहते हुए खेलना काफ़ी मुश्किल है. जिसकी एक वजह ये भी है सबकी दिमागी क्षमता एक जैसी नहीं होती.”