आईसीसी चैंपियंस ट्राफी 2017 के सेमी-फाइनल में बांग्लादेश को एकतरफ़ा मुक़ाबले में 9 विकेट से हराने के बाद भारत की टीम ने फाइनल में प्रवेश कर लिया हैं. इन सब के बीच भारतीय टीम ड्रेसिंग रूम से एक विवाद की ख़बर सामने आ रही हैं. #FUNNY करुण नायर की खराब फील्डिंग पर टीम के खिलाड़ी ही नहीं बल्कि बॉल बॉय ने भी इस तरह व्यक्त की अपनी प्रतिक्रिया
कोच और खिलाड़ियों के बीच मतभेद
आईसीसी चैंपियंस ट्राफी अपने अंतिम पड़ाव पर है, इसी दौरान यह खबर सामने आ रही है, कि भारतीय खिलाड़ियों और टीम के प्रमुख कोच अनिल कुंबले के बीच सब कुछ अच्छा नहीं चल रहा हैं. कप्तान कोहली और कोच अनिल कुंबले के बीच मतभेद की ख़बरे इन दिनों सुर्ख़ियो का केंद्र बनी हुई हैं, हालाँकि पाकिस्तान के साथ खेले जाने वाले फाइनल मुक़ाबले से ठीक पहले संवाददाता सम्मेलन में कप्तान और कोच ने इन सभी ख़बरो को खारिज़ किया हैं.
चैंपियंस ट्राफी के बाद खत्म होगा अनिल कुंबले का कार्यकाल
भारतीय टीम के प्रमुख कोच अनिल कुंबले का एक वर्ष का कार्यकाल आईसीसी चैंपियंस ट्राफी 2017 के बाद समाप्त हो रहा है, हालाँकि आगामी वेस्टइंडीज दौरे के लिए बीसीसीआई के अनिल कुंबले को भारतीय टीम का कोच बनाये रखा हैं. GYM में अपनी पड़ोसी पार्टनर को दिल दे बैठे था यह भारतीय क्रिकेटर
शुक्रवार को बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार कमेटी, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की तिकड़ी लंदन में भारतीय टीम के कोच के नाम पर चर्चा करेगे. इस बैठक में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली भी शामिल होगे.
कोच पद के लिए ये है विकल्प
भारतीय टीम के मौजूदा प्रमुख कोच अनिल कुंबले ने कोच पद के लिए दोबारा आवेदन किया है, जबकि टॉम मूडी, लालचंद राजपूत और वीरेंदर सहवाग जैसे पूर्व दिग्गज खिलाडियों ने भी कोच पद के लिए आवेदन किया हैं. हालाँकि बीसीसीआई ने कोच पद की नियुक्ति के लिए नियमित प्रोटोकॉल को अपनाने पर ज़ोर दिया हैं. चैंपियंस ट्रॉफी के बीच जारी हुई आईसीसी की ताजा वनडे रैंकिंग, भारत को मिला फायदा
वर्ष 2016 में बीसीसीआई की सलाहकार समिति ने अनिल कुंबले के नाम पर मोहर लगाई थी. तेंदुलकर, गांगुली और लक्ष्मण की आम सहमती के बाद बीसीसीआई ने अनिल कुंबले को कोच बनाया था, हालाँकि रवि शास्त्री इस पद के सबसे प्रबल दावेदार माने जा रहे थे. बतौर कोच अनिल कुंबले का प्रदर्शन बेहद ही शानदार रहा है, हालाँकि ड्रेसिंग रूम में खिलाडियों के साथ मतभेद के चलते उनके कार्यकाल को बढ़ाये जाने के आसार बेहद कम दिखाई दे रहे हैं.