भारतीय क्रिकेट टीम मौजूदा दौर में विश्व क्रिकेट पर अपनी हुकुमत चला रही है। भारतीय टीम के पिछले कुछ समय के प्रदर्शन से तो ये साफ हो जाता है कि कोई भी टीम भारत को चुनौती देने की स्थिति में नहीं है। ये ऐसा नहीं है कि विरोधी टीमें खराब खेल रही हैं। ये तो भारतीय टीम के जबरदस्त प्रदर्शन के कारण हो रहा है। विराट कोहली की अगुवायी में भारतीय टीम ने विश्व क्रिकेट की सभी टीमों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है।
भारतीय टीम हासिल किया टेस्ट चैंपियनशीप का गदा
भारतीय टीम के जबरदस्त प्रदर्शन का सबसे बड़ा सबूत दिया है उनके लगातार दूसरे साल आईसीसी टेस्ट चैंपियनशीप का गदा दे दिया गया है। जिसकी कट ऑफ डेट 1 अप्रैल को है, लेकिन भारतीय टीम को तब तक किसी भी टीम के लिए डिगा पाना मुश्किल ही है।
भारतीय टीम को वैसे तो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उनके टेस्ट चैंपियनशीप में नंबर वन पर रहने पर फर्क नहीं पड़ा।
विराट कोहली ने माना अभी भी है 80 प्रतिशत एफर्ड
भारतीय टीम टेस्ट और साथ ही वनडे की नंबर एक टीम हैं। विराट कोहली की सेना का प्रदर्शन भी जबरदस्त रहा है, लेकिन इसके बाद भी कप्तान विराट कोहली ने माना है कि एक चैंपियन टीम 100 फिसदी योगदान देने की जरूरत होती है।
भारतीय टीम अभी तक तो अपना 80 प्रतिशत योगदान दे सकी है। भारत को इस साल दो बड़े और महत्वपूर्ण दौरे करने है, जिसमें पहला जुलाई में इंग्लैंड का दौरा और दूसरा साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है, जिसमें 100 फिसदी प्रदर्शन करना ही जीत की गारंटी है।
विश्वस्तरीय टीम बनने के लिए होती है 100 फिसदी प्रदर्शन की जरूरत
विराट कोहली ने इसको लेकर कहा कि
“मैं तो ये कहूंगा कि हम अभी भी 80 प्रतिशत हैं। जब तक ये ना हो जाए कि अगले दो दौरो पर हम क्या हासिल कर सकते हैं। हमें वहां पर और ज्यादा प्रयास करना होगा लेकिन हमारा 80 प्रतिशत भी बहुत ही रोमांचक है। एक विश्व स्तरीय साइड बनने के लिए आपको अपना 100 फिसदी देना होता है। हम पिच को देखते हैं और उसके अनुकूल होने की कोशिश करते हैं। तो सभी मैच घरेलु मैच की तरह हो जाते हैं। वैसे ये सरल भी है।”
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