इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड की मेजबानी में खेली गई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में रविवार को खिताबी मुकाबलें में भारतीय टीम को पाकिस्तान के हाथों शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम को इस मैच में हर कोई फेवरेट मान रहा था, लेकिन विराट कोहली की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने निराशाजनक प्रदर्शन किया। भारतीय टीम की इस करारी हार की पूरे भारत में कड़ी आलोचना हो रही है।
टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी के फैसले की हुई कड़ी आलोचना
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने इस बड़े और महत्वपूर्ण मैच में शानदार टॉस जीता। इस चैंपियंस ट्रॉफी में ज्यादातर कप्तानों ने टॉस जीतने के साथ ही पहले गेंदबाजी का फैसला किया। विराट कोहली भी इसी राह पर चल पड़े और पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी का न्योता दे दिया। पाकिस्तान ने पहले खेलते हुए 338 रनों का विशाल स्कोर बना दिया। पाकिस्तान के इस बड़े स्कोर के साथ ही भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की बड़ी आलोचना होना शुरू हो गया।फाइनल में पाकिस्तान के हाथों मिली शर्मनाक हार के बाद विराट कोहली कह गए ये बड़ी बात
गिली ने कोहली के इस फैसले पर दी अपनी प्रतिक्रिया
विराट कोहली को इस बड़े मैच में और पाकिस्तानी गेंदबाजी को ध्यान में रखते हुए कहीं ना कहीं टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लेना चाहिए था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने भी इसी बात की ओर इशारा किया है। गिली का मानना है कि बड़े मैचों में ऑस्ट्रेलियाई टीम रहती तो टॉस जीतने के बाद पहले बल्लेबाजी करना चाहती।
ऑस्ट्रेलिया की टीम बड़े मैच में करती पहले बल्लेबाजी
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एड गिलक्रिस्ट आज नई दिल्ली पहुंचे हैं और गिलक्रिस्ट ने यहां पर पहुंचने के साथ ही विराट कोहली के इस फैसले को लेकर कहा कि “कल पर्थ से निकलने से ठीक पहले मैं टॉस देख रहा था। मेरा और ऑस्ट्रेलियाई टीम का स्वाभाविक रूप से पहले बल्लेबाजी करने पर झुकाव रहता और बड़ा स्कोर खड़ा कर विरोधी टीम पर दवाब बनाने पर होता।” भारतीय कप्तान विराट कोहली के बचाव में उतरे पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट
भारत वैसे स्कोर का पीछा करने में हैं सहज
इसके साथ ही गिलक्रिस्ट ने आगे इस बात को जारी रखते हुए कहा कि वैसे अगर सही कहूं तो इस टूर्नामेंट में अगर देखा जाए तो ज्यादातर टीमें स्कोर का पीछा करते हुए जीती हैं। ऐसे आप पहले गेंदबाजी के फैसले की आलोचना नहीं कर सकते। भारत ने स्कोर का पीछा बहुत ही सहजता के साथ किया है। और वो शानदार तरीके से कई बार स्कोर का पीछा भी किया है।