टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली बेशक दुसरे टेस्ट मैच के नतीजे से नाखुश है, पांचवे दिन का खेल जब शुरू हुआ था तो ऐसा लग रहा था, कि बस कुछ समय की बात है जब इंडिया बाकी बचे 6 विकेट चटका कर मैच ख़त्म कर देगी. लेकिन वेस्टइंडीज के मध्यक्रम ने शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए मैच ड्रा करा के लगातार 2 टेस्ट में पारी की हार से अपने आप कों बचा लिया.
वेस्टइंडीज की वापसी के लिए सबसे अहम खिलाड़ी रहे अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे रोस्टन चेस, चेस ने पहले गेंदबाजी करते हुए भारतीय टीम के पांच विकेट चटकाए और दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करते हुए जब लगभग हार तय थी तब अपना पहला टेस्ट शतक लगाया. चेस का साथ पहले ब्लैकवुड ने दिया जिनके साथ लंच तक 93 रनों की साझेदारी हुई, उसके बाद विकेटकीपर डौरिच के साथ 133 रन की साझेदारी ने यह पक्का कर दिया था, कि भारत अगर बाकी बचे 5 विकेट निकाल भी लेता है तो उसे दुबारा बल्लेबाज़ी करनी पड़ेगी.
डौरिच के आउट होने के बाद कप्तान जैसन होल्डर के साथ भी चेस ने 103 रनों की नाबाद साझेदारी कर मैच ड्रा कराया.
ड्रा के बाद इंटरव्यू के दौरान कोहली ने कहा कि
“हम बारिश को बहाना नहीं बनाना चाहते, वेस्टइंडीज के बल्लेबाज़ों ने अच्छी बल्लेबाज़ी की और हमारे गेंदबाजों ने भी पूरी कोशिश किया”.
विराट का कहना था कि
“ऐसे हालात से मैच में वापसी करना आसान नहीं होता आपको ख़ास खेल दिखाना पड़ता है, और वेस्ट इंडीज ने होल्डर की कप्तानी में बढ़िया वापसी किया. पहला टेस्ट हारने के बाद दुसरे टेस्ट में भी इतनी मुश्किल परिस्थिति से निकलना तारीफ के काबिल है.”
कोहली ने इस बात से साफ़ इनकार कर दिया कि बारिश या फिर ख़राब गेंदबाजी के कारण भारत ये मैच नहीं जीत सका. इंटरव्यू के दौरान कोहली ने इस पर कहा, कि
“टेस्ट मैच में ऐसे मौकों से ही आपको निपटना पड़ता है. और मैं अपने गेंदबाजों के प्रयास से बेहद खुश हूं.”
कोहली ने ये भी कहा, कि
“हम मैदान से ये सोच कर बाहार नहीं जाना चाहते थे, कि काश पांच गेंदबाजों के साथ खेलते तो नतीजा कुछ और होता. अगर पांच गेंदबाजों ने अपना पूरा ज़ोर लगाया और विपक्षी टीम ने अच्छा खेल दिखाया तो आपको उनकी तारीफ करनी चाहिए.”
इस सीरीज़ का तीसरा टेस्ट 8 अगस्त से सैंट लुशिया में खेला जायेगा.