इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन में एक से एक जबरदस्त मुकाबले खेले जा रहे हैं। इन सबके बीच गुरुवार को चेन्नई सुपर किंग्स और मुंई इंडियंस के बीच टक्कर हुई, जहां लॉ स्कोरिंग मैच में मुंबई इंडियंस ने 5 विकेट से चेन्नई सुपर किंग्स को मात दी। चेन्नई सुपर किंग्स की हार के साथ ही उनकी प्लेऑफ की उम्मीदें खत्म हो गई।
मुंबई इंडियंस ने चेन्नई सुपर किंग्स को दी मात
आईपीएल के इतिहास की दो सबसे बेस्ट टीमों में शुमार रही चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस की इस जंग में मुंबई इंडियंस ने बाजी मारी। दोनों ही टीमों के बीच एक अच्छे और रोचक मैच की उम्मीद थी।
लेकिन इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 97 रन का स्कोर किया, जिसके जवाब में मुंबई इंडियंस ने इसे 5 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
पावर कट के कारण डेवॉन कॉनवे नहीं ले सके डीआरएस
इस मैच का परिणाम ठीक है, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा मैच की शुरुआत में ही डीआरएस ने बटोर ली। चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाज मैच की शुरुआत में चाहकर भी डीआरएस का इस्तेमाल नहीं कर सके, वजह स्टेडियम में पावर कट होना रही।
मैच की दूसरी ही गेंद पर डेनियल सैम्स ने सीएसके के बल्लेबाज डेवॉन कॉनवे को पगबाधा आउट कर दिया। कॉनवे जो जबरदस्त फॉर्म में चल रहे थे, वो अंपायर के फैसले को चुनौती नहीं दे सके। गेंद साफ तौर पर लेग स्टंप को मिस करती हुई दिख रही थी, लेकिन कॉनवे पावर कट के कारण डीआरएस नहीं ले सके और उन्हें अपना विकेट गंवाना पड़ा।
वीरेन्द्र सहवाग ने बीसीसीआई पर उठाए सवाल
इतने बड़े टूर्नामेंट में पावर कट के कारण डीआरएस का इस्तेमाल ना कर पाने के कारण पूर्व क्रिकेटर वीरेन्द्र सहवाग काफी निराश हैं। सहवाग ने बीसीसीआई पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि इतने बड़े टूर्नामेंट में जनरेटर का इस्तेमाल क्यों नहीं हो सकता है।
सहवाग ने क्रिकबज पर बात करते हुए कहा कि, “ये बड़ी हैरानी की बात है कि पावर कट की वजह से DRS का इस्तेमाल नहीं हुआ। इतनी बड़ी लीग है और उसमें जेनरेटर का इस्तेमाल किया जा सकता है।”
“जेनरेटर के जरिए उस सॉफ्टवेयर या मशीन को चलाया जा सकता है, जिसे DRS के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ये बड़ा सवाल है बीसीसीआई के लिए भी, क्योंकि पावर कट होता है तो क्या सिर्फ लाइट्स के लिए जेनरेटर है, ब्रॉडकास्टर्स के लिए जेनरेटर नहीं है। मुझे भी अचंभा लगा कि अगर मैच हो रहा है तो DRS का इस्तेमाल होना चाहिए। या फिर ये नियम बना दिया जाना चाहिए था कि अगर मैच शुरू हो गया है तो पूरे मैच में DRS नहीं होगा। चाहे फिर पावर कट सही हो जाए या नहीं, क्योंकि ये डिसएडवांटेज चेन्नई के लिए हो गया। अगर मुंबई बल्लेबाजी कर रही होती तो उनके लिए भी डिसएडवांटेज होता।”