भारतीय टीम ने अनिल कुंबले की मौजूदगी में कई अहम मुकाबले जीते हैं। कुंबले को भारतीय टीम के सफलतम कोचों में गिना जाने लगा है। लेकिन इसके बावजूद उन्हें भारतीय टीम का कोच रखा जायेगा, यह अनिश्चित है। हाल ही में बीसीसीआई ने भारतीय टीम के कोच पद के लिए आवेदन मांगे हैं, क्योंकि कुंबले और बीसीसीआई के बीच हुआ अनुबंध जून के अंत में खत्म हो रहा है।
बीसीसीआई के कायदों के मुताबिक एक सफल कोच के अनुबंध को बढ़ा दिया जाता है। लेकिन कुंबले के साथ ऐसा नहीं हुआ है। बीसीसीआई के आवेदन मांगने के बाद कई खिलाड़ियों ने कोच बनने में रुचि दिखायी है, जिनमें पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग भी शामिल हैं। अगर तथ्यों को देखा जाये तो सहवाग को कई कारणों से कोच बनाया जा सकता है, कुछ कारण इस तरह हैं –
सहवाग की टीम ने आईपीएल में किया है दमदार प्रदर्शन –
आईपीएल में वीरेन्द्र सहवाग किंग्स इलेवन पंजाब के कोच हैं और उनकी कोचिंग में टीम में काफी सकारात्मक बदलाव आये हैं। हाल ही में खत्म हुए आईपीएल 10 में पंजाब ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। हालांकि यह अलग बात है कि टीम फाइनल तक नहीं पहुंच पायी थी। लेकिन इसके बावजूद भी पंजाब के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है। सहवाग को इस उपलब्धी का ईनाम कोच बनाकर दिया जा सकता है। लंदन पहुंची गत विजेता भारतीय टीम, लेकिन फ्लाइट में यह क्या कर बैठे अजिंक्य रहाणे
भारतीय टीम के कप्तान नहीं हैं धोनी –
इस बात से हर क्रिकेट प्रेमी वाकिफ है वीरेन्द्र सहवाग और महेन्द्र सिंह धोनी के रिश्ते ठीक नहीं चल रहे हैं। दरअसल 2008 में एक वनडे मैच के दौरान सहवाग के फिट होने के बावजूद भी उन्हें टीम में जगह नहीं दी गयी थी। इसके बाद भी कई मैच खेले गए थे, जिसमें सहवाग नदारद रहे थे। इस दौरान सहवाग वनडे मैच खेलने के लिए तैयार था। उस दौरान धोनी ने सहवाग की जगह युवा खिलाड़ी को जगह दी थी। लिहाजा धोनी और सहवाग के रिश्ते यहीं बिगड़ने लगे थे। दिलचस्प बात यह है कि अब धोनी टीम इंडिया के कप्तान नहीं हैं। लिहाजा सहवाग खुद ही टीम के कोच बनने की इच्छा जता चुके हैं।
सहवाग के अंडर में खेले हैं कोहली –
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और वीरेन्द्र सहवाग का बहुत ही पुराना रिश्ता रहा है, क्योंकि विराट, सहवाग के अंडर में खेल चुके हैं। ये दोनों ही दिग्गज खिलाड़ी दिल्ली टीम का हिस्सा थे। इस समय कोहली भारतीय टीम के कोच हैं और कहीं न कहीं वो चाहेंगे कि सहवाग कोच बना दिया जाये। इन दोनों ही खिलाड़ियों का आपसी तालमेल काफी अच्छा है। लिहाजा सहवाग के कोच बनने की यह भी एक बड़ी वजह है। इंग्लैंड के कप्तान ने बेन स्टोक्स की फिटनेस पर दिया बड़ा बयान, चैंपियंस ट्रॉफी में अनफिट होने पर भी होंगे टीम का हिस्सा
बीसीसीआई की सलाहकार समिति के सदस्य हैं उनके करीबी खिलाड़ी –
वीरेन्द्र सहवाग एक सलामी बल्लेबाज रह चुके हैं। उन्होंने सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली के साथ कई मैच खेले हैं। सहवाग की इन सभी खिलाड़ियों के साथ अच्छी दोस्ती है। एक महत्वपूर्ण बात यह है कि यही तीन खिलाड़ी बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य हैं। इसलिए संभव है कि ये तीनों खिलाड़ी सहवाग को प्राथमिकता दें, क्योंकि साथ में खेलने के साथ ही वो सहवाग को अच्छी तरह जानते हैं। सहवाग के कोच बनने की यह भी एक बड़ी वजह हो सकती है।