बीजेपी के वरिष्ट नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का आज शनिवार, 24 अगस्त को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. अरुण जेटली लम्बे समय से बीमारी से जूझ रहे थे. 66 वर्षीय अरुण जेटली को 9 अगस्त को एम्स में भर्ती कराया गया था और आज उन्होंने अपनी अंतिम सांसे ली.
सहवाग को याद आये जेटली
अरुण जेटली के निधन के बाद पूरे देश इस समय सकते में है. अरुण जेटली का जितना योगदान बीजेपी के लिए रहा, उतना ही क्रिकेट से भी उनका गहरा नाता रहा. अरुण जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष और बीसीसीआई के उपाध्यक्ष भी रहे.
टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग भी उनके निधन के बाद काफी निराश नजर आए. सहवाग ने अरुण जेटली को याद करते हुए ट्वीट किया और लिखा,
”’अरुण जेटली जी के निधन से काफी दुख है. सामाजिक जीवन में बड़ी सेवाएं देने के अलावा उन्होंने दिल्ली के कई खिलाड़ियों को भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करवाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. एक ऐसा वक्त भी था, जब दिल्ली से बहुत कम खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में खेलने का अवसर मिलता था,
लेकिन डीडीसीए में उनकी अगुवाई में मेरे सहित कई क्रिकेटरों को भारत देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला. उन्होंने खिलाड़ियों की समस्याओं को सुना. वह समस्याओं का हल करने वाले व्यक्ति थे. मेरा निजी रूप से उनसे काफी अच्छा रिश्ता था. उनके परिवार और करीबियों के लिए मैं संवेदनाएं प्रकट करता हूँ. ओम शांति..”
But under his leadership at the DDCA, many players including me got a chance to represent India. He listened to needs of the players & was a problem solver. Personally shared a very beautiful relationship with him. My thoughts & prayers are with his family & loved ones. Om Shanti https://t.co/Kl4NpprR6W
— Virender Sehwag (@virendersehwag) August 24, 2019
14 साल रहे डीडीसीए के अध्यक्ष
अरुण जेटली सन 1999 से लेकर साल 2013 तक दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रहे. साल 2014 में जेटली ने बीसीसीआई के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया लेकी, स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था.
उनके कार्यकाल में दिल्ली के खिलाड़ियों को काफी मदद मिली. फिरोजशाह कोटला को नया रूप दिलवाने में भी अरुण जेटली का अहम योगदान रहा.