महेंद्र सिंह धोनी एक ऐसा नाम जिसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है, माही ने अपने दम पर युवा टीम के साथ भारत को पहला टी -20 विश्व कप जितवाया और बाद में 2011 का विश्व कप जीत कर सचिन के हाथों में दे दिया और उन्हें एक यादगार विदाई दी.
4 जनवरी को धोनी ने भारतीय टीम की कप्तानी छोड़ दी और उसके बाद अब वह टीम के साथ एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में बने रहेंगे. जिस तरह से अचानक ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेकर सबको चौंका दिया था, उसी प्रकार कप्तानी छोड़कर सबको हैरान किया है.
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माही के नाम से मशहूर धोनी हमेशा ही अपने फैसले के लिए जाने गए हैं और उन्होंने एक बार फिर इस फैसले से यह साबित कर दिया है. उनके कप्तानी छोड़ने के फैसले के ऊपर पूर्व खिलाड़ियों ने अपनी अलग अलग राय दी है.
भारत के सबसे भरोसमंद और जुझारू क्रिकेटर रहे वेरी वेरी स्पेशल लक्षमण ने धोनी के इस फैसले के बारे में कहा,
“जब धोनी को भारतीय टीम की कमान मिली थी, उस समय टीम में और भी सीनियर खिलाड़ी थे जैसे सहवाग, युवराज और सहवाग ने पिछले कुछ मैचों में कप्तानी भी की थी, लेकिन फिर भी धोनी को टीम की कमान मिली और उन्होंने इस रोल को बखूबी निभाया भी है. उनके जैसा दूसरा कप्तान अभी तक भारतीय टीम को नहीं मिला है. निसंदेह उन्होंने भारतीय टीम को जो दिया है वह और कोई नहीं कर सकता है.”
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धोनी के बारे में बोलते हुए लक्षमण ने आगे कहा,
“माही ने बिलकुल सही समय पर और एक दम सोच समझकर यह फैसला लिया है. विश्व कप से पहले टीम के कप्तान को खिलाड़ियों के बारे में जानना होता है और विराट कोहली को अभी काफी समय लगेगा इसमें जिसके चलते उन्हें माही ने यह मौका दिया, कि वह टीम को जान सके और विश्व कप के लिए तैयार कर सकें.”