युवा खिलाड़ियों को ये अनोखी सीख दे रहे है पंजाब के मेंटर वीरेंद्र सहवाग 1

भारतीय क्रिकेट मे एक समय वीरेन्द्र सहवाग को सचिन तेंदुलकर के क्लोन के रूप में कहा जाता था, क्योकि सहवाग के खेलने का तरीका बिलकुल सचिन की तरह था और जब ये दोनों बल्लेबाज एक साथ खेलते थे, तो एक बात बता पाना काफी मुश्किल होता था, कि किस ने गेंद को हिट किया है.

वीरेन्द्र सहवाग ने 20 साल पहले अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी, नजफगढ़ के नवाब को उस समय तेंदुलकर की तरह ही माना जाता था, उनके कुछ शॉट्स मास्टर ब्लास्टर की ही तरह थे.

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हालाकीं सहवाग ने जल्द ही अपनी खुद की पहचान बनायीं और अगले दो दशक तक बेहतर खेल दिखाकर उन्होंने कई सारे रिकॉर्ड बनायें सहवाग टेस्ट क्रिकेट में भारत की तरफ से दों तिहरे शतक बनाने वाले अकेले बल्लेबाज है.

सहवाग ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर के दौरान 38 शतक लागएं और सबसे विध्वंसक सलामी बल्लेबाजों के रूप में अपना नाम स्थापित किया और जब वे बल्लेबाजी करने के लिए आते थे तो गेंदबाजों के लिए काफी खतरनाक साबित होते थे.सहवाग से भिड़ने के बाद पिएर्स मॉर्गन ने लिया WWE के इस खतरनाक रेसलर से पंगा

38 वर्षीय सहवाग अब किंग्स इलेवन पंजाब के क्रिकेट संचालन निदेशक के रूप में इस आईपीएल सीजन में कार्य कर रहे है, उन्होंने टीम में युवा बल्लेबाजों की मानसिकता को मजबूत करने का जिम्मा खुद पर लिया है, आईपीएल के इस सीजन में उनकी टीम अंक तालिका में इस समय पांचवें स्थान पर हैं लेकिन इस सीजन मे उनके बल्लेबाजों ने इस सीजन में कुछ विस्मयकारी प्रदर्शन करे है.विनोद खन्ना के निधन पर शोक में डूबा क्रिकेट जगत, सहवाग से लेकर कुंबले तक सभी ने दी श्रद्धांजलि

हाशिम आमला और ग्लेन मैक्सवेल जैसे बल्लेबाजों के अलावा युवा भारतीय मनन वोहरा ने भी इस सीजन मे काफी प्रभावित किया है, लेकिन सहवाग को युवा बल्लेबाज के खतरों को पता है, जो विश्व क्रिकेट के इन तामाम दिग्गजों से घिरे हुए हैं.

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इसी पर सहवाग ने कहा है, कि “मैं उन्हें केवल एक ही बात बताता हूं उदाहरण के लिए, मनन वोहरा सिर्फ मनन वोहरा जैसे बल्लेबाजी कर सकते हैं, वीरेंद्र सहवाग या ग्लेन मैक्सवेल की तरह नहीं.”

सहवाग ने आगे कहा “एक युवा खिलाड़ी को अपनी ताकत और कमजोरियों को जानने की जरूरत है, फिर बल्लेबाजी करना आसान होता है, मैं सचिन तेंदुलकर बनना चाहता था, लेकिन मुझे जल्दी ही पता चला, कि मैं तेंदुलकर नहीं बन सकता.”

इसके अलावा सहवाग ने कहा “मैं उनके जैसा प्रदर्शन नहीं कर सका और ना ही उनके जैसे शॉट खेलता हूं मुझे लगा, कि मुझे अपनी पहचान बनानी चाहिए और इसलिए वीरेंद्र सहवाग की तरह मैंने खेलना शुरु किया.”

सहवाग पंजाब के युवा खिलाड़ियों से कहते है “मैं उनसे कहता हूं, कि आप अन्य खिलाड़ियों से सीख सकते हैं, लेकिन आप उनसे कॉपी नहीं कर सकते हैं, या उन्हें नहीं बना सकते हैं, आप केवल आप ही हो सकते हैं.”सहवाग ने ज़हीर खान को सगाई की बधाई देते हुए सागरिका को दे डाली ये नसीहत