भारतीय टीम धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया को हराकर 4 टेस्ट मैचो की सीरीज पर कब्ज़ा किया, सीरीज जीतने के कुछ घंटो बाद ही बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के शानदार खेल के लिए ईमान की घोषणा किया.
मंगलवार को बीसीसीआई के सीईओ राहुल जोहरी ने भारतीय क्रिकेटरों को पुरस्कृत करने की योजना के बारे में सभी पदाधिकारियों को एक ईमेल लिखा. व्यक्तिगत तौर पर, मुख्य कोच और सहायक स्टाफ के साथ-साथ उन्होंने सीजन के दौरान कड़ी मेहनत से काम किया था. बीसीसीआई के निष्कासित अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने इस मामले को लेकर बीसीसीआई पर साधा निशाना
प्रत्येक भारतीय खिलाड़ी को 50 लाख रुपये देने का प्रस्ताव दिया गया था, जबकि कोच को 25 लाख रुपये और सहायक स्टाफ के सदस्यों को 15 लाख रुपये का प्रस्ताव दिया गया था.
जोहरी ने ईमेल में लिखा, “सीईओ के सदस्य पहले से ही इस पर अपना समर्थन व्यक्त कर चुके हैं. मैं प्रस्ताव पर हर किसी की सहमति का अनुरोध करता हूँ.”
इससे बाद बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी और जोहरी के बीच शब्दों का एक युद्ध शुरू हो गया. चौधरी का यह तर्क था, कि बोर्ड के दिन-प्रतिदिन के मामलों के खर्च पर पैसे का वितरण नहीं किया जा सकता है.
“बीसीसीआई को आगामी जनरल बैठक में भुगतान करने की राशि तय की जानी चाहिए थी, क्योंकि हम कम से कम 8 करोड़ रुपये के वितरण के बारे में बात कर रहे हैं. यह सिर्फ कुछ ऐसा नहीं है, जो बोर्ड के दिन के मामलों से संबंधित है.”
चौधरी ने उसी रात को सीओए और जोहरी को ईमेल लिखा और यह स्वीकार किया कि “टीम को पुरस्कृत करने के लिए बीसीसीआई की योजना का स्वागत किया और पूरी तरह से समर्थन किया है.” बीसीसीआई पर एक बार फिर चली सुप्रीम कोर्ट की छड़ी, भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच की मेजबानी के लिए धर्मशाला को 2.5 करोड़ रुपये देने का दिया आदेश
भारतीय टीम के टेस्ट सीरीज जीतने के बाद चौधरी को जवाब देते हुए जोहरी ने कहा, “इसी तरह के निर्णय के लिए जनरल बॉडी के पूर्व अनुमोदन लेने की आवश्कता नहीं हैं. इसके अलावा, इस तरह की घोषणा करने से पहले एजीएम एसजीएम को बैठक बुलाई जाने के लिए इंतजार करना उचित नहीं होगा, क्योंकि मौजूदा क्रिकेट सीजन आज समाप्त हो गया है. चूंकि आम सहमति है, कि टीम पुरस्कृत करने की हकदार है और कोई संशोधित राशि का सुझाव नहीं दिया गया है, इसलिए सीओए प्रस्तावित होने की घोषणा करने के लिए आगे बढ़ रहा है.”
एक घंटे बाद भी, चौधरी ने अपना स्वर बदल दिया और कहा,
“मैंने जो कुछ समय पहले बात की थी, उसमे मैंने आपके लिए अपनी स्थिति समझाई थी. मैं अपने पहले ईमेल में बिल्कुल स्पष्ट था और मेरे व्यक्तिगत दृष्टिकोण के बारे में भी, कि टीम को सम्मानित किया जाना चाहिए और इसके बारे में कोई दो राय नहीं हैं.”