वीरेंद्र सहवाग

टीम इंडिया के सबसे सलामी बल्लेबाजों की लिस्ट में शुमार वीरेंद्र सहवाग ने भारत के लिए ढे़रों रन बनाए। उनका नाम विश्व क्रिकेट में अदब के साथ लिया जाता है। मगर अब टीम इंडिया में एक युवा खिलाड़ी पृथ्वी शॉन ने जब से एंट्री की है। तब से उन्हें देखकर हर किसी को सहवाग की याद आ जाती है। अब वसीम जाफर ने भी इस बात को स्वीकारा है कि युवा खिलाड़ी के पास प्रतिभा तो है लेकिन उन्हें और अनुशासित होने की जरूरत है।

सहवाग बन सकते हैं पृथ्वी शॉ

पृथ्वी शॉ

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पृथ्वी शॉ ने 2018 में अंडर-19 विश्व कप में टीम इंडिया को जिताकर सुर्खियां बटोरी थी। इसके बाद 2018 में ही वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्हें टीम इंडिया में डेब्यू करने का मौका मिला जिसे उन्होंने अच्छी तरह भुनाया और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का खिताब जीता। लेकिन फिर इंजरी और फिर डोपिंट में फंसने के चलते अंतराल के बाद अब टीम में वापसी हो रही है।

घरेलू क्रिकेट के दिग्गज वसीम जाफर ने विस्फोटक बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की तुलना वीरेंद्र सहवाग से की। कमेंटेटर आकाश चोपड़ा के यूट्यूब चैनल ‘आकाशवाणी’ पर वसीम जाफर ने कहा,

”मुझे लगता है कि वह एक स्पेशल प्लेयर हैं, बिना किसी संदेह के। जो शॉट वह मारते हैं, यदि वह सही जा रहा है तो मुझे लगता है कि उनमें वीरेंद्र सहवाग वाली काबिलियत है। वह बॉलिंग अटैक को पूरी तरह से ध्वस्त कर सकते हैं।”

खेल को समझने की है जरूरत

सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को सलाह देते हुए आगे वसीम जाफर ने कहा,

”लेकिन कहीं न कहीं मुझे लगता है कि उन्हें अपने खेल को बेहतर तरीके से समझने की जरूरत है, जहां उन्हें बैकसीट पर जाने की जरूरत है। मुझे लगता है कि उन्हें न्यूजीलैंड में थोड़ा पता चला होगा। वह शॉर्ट डिलिवरी पर दो बार आउट हुए। वह कीवी गेंदबाजों के जाल में फंस गए।”

अनुशासित होने की है जरुरत

पृथ्वी शॉ

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घरेलू स्तर का बड़ा नाम बन चुके पृथ्वी शॉ ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मिले हुए मौकों को भुनाया है। शॉ ने न्यूजीलैंड दौरे पर टेस्ट व वनडे में टीम इंडिया के लिए ओपनिंग की थी। जहां शॉ ने वनडे में क्रमश: 3 मैचों में 20, 24, 40 रन बनाए और टेस्ट की चार पारियों में एक अर्धशतक लगाया। अब जाफर ने शॉ को अनुशासित होने की सलाह देते हुए आगे कहा,

”मुझे यह भी लगता है कि उन्हें ऑफ-फील्ड अपने जीवन में अधिक अनुशासित होने की जरूरत है। क्योंकि मुझे लगता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफल होने के लिए उनके पास काबिलियत है, लेकिन उन्हें क्रिकेट के अधिक अनुशासित होने की जरूरत है।”