आज मेलबर्न में खेले गये तिसरे वनडे में भारत को हराकर अॉस्ट्रेलिया ने सीरीज अपने नाम की. और ग्लैन मैक्सवेल ने कहा कि, अब उनकी टीम भारत को 5-0 से वनडे सीरीज, और टी ट्वेंटी सीरीज 3-0 से जीतने को बेताब है.
मैक्सवेल ने आज मैच जिताऊ 96 रनों की पारी खेली, और अॉस्ट्रेलिया को जीत दिलाई. अॉस्ट्रेलिया ने 296 रनों का लक्ष्य का आसानी से पिछा किया. मैक्सवेल ने जैम्स फॉकनर के साथ मिलकर अॉस्ट्रेलिया को ये जीत दिलाई, और उनके साथ शानदार साझेदारी की. मैक्सवेल ने कहा, हमारे जल्दी जल्दी 6 विकेट गिरे, लेकिन में तब शांत था. जब फॉकनर आए, तब मुझे लगा कि वे आक्रमक खेलेंगे, लेकिन इसका उल्टा हुआ.
मैक्सवेल ने कहा, तब फॉकनर ने मुझे कहा कि, मै संभालकर खेलुंगा, और तुम अपना स्वभाविक खेल खेलना. और मैनें खुलकर खेला, और इसका मुझे लाभ भी मिला. मैनें जैसा शॉट खेला वो सहीं लगा, और मैनें टीम को जीत दिलाई.
जब मैक्सवेल को टी ट्वेंटी विश्वकप के बारें में पुछा गया, तब उन्होंने कहा, फिलहाल मेरा ध्यान सिर्फ इस सीरीज पर है, और मै टी ट्वेंटी विश्वकप के बारें सोच भी नहीं रहा. मैदान के बाहर हम इस बारें में बात करते है, लेकिन फिलहाल सिर्फ इसी सीरीज पर ध्यान है.
मैक्सवेल ने कहा, फिलहाल हमारा ध्यान सिर्फ वनडे सीरीज 5-0 और टी ट्वेंटी सीरीज 3-0 से जीतने पर ध्यान है.
मैक्सवेल को आज शतक बनाने का अच्छा मौका था, लेकिन जब अॉस्ट्रेलिया को जीत के लिए 1 रन चाहिए था, तब मैक्सवेल चौका लगाने के चक्कर में आउट हो गये. मैक्सवेल ने कहा, मेरी कोशिश सिर्फ यहीं थी कि, मै फील्डरों के उपर से गेंद को मारू, और रन लू. लेकिन मेरा कैच चला गया, और मै आउट हो गया.
जब उनसे सहवाग के साथ तुलना करने पर पुछा गया, तब मैक्सवेल ने मजाक करते हुए कहा कि, सहवाग से ज्यादा बाल मेरे शरीर पर है, ऐसा उन्होंने मजाक किया.
मैक्सवेल ने अॉस्ट्रेलिया के लगातार तीन मैचों में इतने बडे लक्ष्य का पिछा करने पर कहा, ऐसा लगातार तीन मैच करना काफी मुश्किल काम है, और इससे पता चलता है कि, हम क्यों नंबर 1 टीम है.
आखिर में उन्होने कहा, विश्वकप के बाद हमारे कई खिलाडी रिटायर हुए, लेकिन हमारे नये खिलाडियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जो हमारे लिए संतोषजनक है.
मैक्सवेल ने भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली को भी नहीं छोड़ा और जब उनसे कोहली के शतक के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा:
“कोहली समेत सभी भारतीय खिलाड़ी सिर्फ अपने रिकॉर्ड के लिए खेलते है, उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, कि टीम का स्कोर क्या है, उन्हें बस अपने शतक और अर्द्धशतक बनाने से मतलब होता है, वें गेंद नहीं देखते, कि अब तक उन्होंने कितने गेंद खेल रखी है.”
हालाँकि अगर भारतीय बल्लेबाजो के बारे में ये बात मैक्सवेल की देखि जाये,तो कुछ हद तक सही भी है, क्यूंकि कल शिखर धवन ने अपने 68 रन की पारी के दौरान 91 गेंदों का सामना किया, जो भारत को सबसे ज्यादा महंगा पड़ गया, इन 23 गेंदों में भारत कम से कम 20 रन और बना सकता था, जो मैच जितने के लिए काफी थे, क्यूंकि इसके अलावा सभी भारतीय बल्लेबाजो ने अच्छी बल्लेबाजी की थी.