ये हैं इस साल के वो 5 बड़े ऐसे पल जो भारतीय खेल प्रेमी चाहकर भी कभी नहीं भुला पाएंगे 1

2017 यह साल कई मायनो में टीम इंडिया और खेल प्रेमियों के लिए यादगार और कभी ना भुलाए जाने वाला साल बन गया. इस साल जहाँ भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहले स्थान को बचाया रखा, बल्कि वनडे में भी विश्व की नंबर टीम बनने का गौरव हासिल किया. एक से बढ़कर एक मैच देखने को मिले.

श्रीलंका को उसके घर में 9-0 से हराया, तो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल का सफा भी तय किया. आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि यह साल अभी खत्म नहीं हुआ और ना ही इस साल टीम इंडिया के मैच. मगर बीते दस महीनों में ऐसा बहुत कुछ हो गया, जो भारतीय खेल प्रेमी चाहकर भी कभी भुला नहीं पाएंगे.

Advertisment
Advertisment

इस लेख के माध्यम से हम आपको इस साल के अभी तक के पांच एक लम्हों या किस्सों के बारे में बताएंगे, जो खेल प्रेमियों के जहन में आज भी ताजा हैं और शायद ताउम्र ताजा रहेंगे…

आइये डालते हैं, एक नजर ऐसे ही पांच किस्सों और यादगार लम्हों पर :-

महेंद्र सिंह धोनी का कप्तानी छोड़ना 

ये हैं इस साल के वो 5 बड़े ऐसे पल जो भारतीय खेल प्रेमी चाहकर भी कभी नहीं भुला पाएंगे 2

Advertisment
Advertisment

साल 2017 की शुरुआत बेहद ही हैरान करने वाली रही थी. साल के आरंभ में ही टीम इंडिया के पूर्व चैंपियन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वनडे और टी ट्वेंटी टीम की कप्तानी छोड़ सभी को अचंबित कर दिया था. टेस्ट क्रिकेट से तीन साल पहले सन्यास लेने वाले एमएस धोनी ने कप्तानी छोड़, एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में टीम के साथ खेलने की बात.

पहली बार जब सभी को पता चला, कि धोनी ने कप्तानी छोड़ दी हैं तो किसी को भी अपने कानो पर यकीन ही नहीं हुआ. मगर धोनी तो धोनी हैं, ऐसे ही झटके देते हैं. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में ही टीम ने टी ट्वेंटी विश्व कप और एकदिवसीय विश्व कप के साथ ना जाने कितने ही बड़े टूर्नामेंट जीते और धोनी ने देश का मान बढ़ाया.

महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी छोड़ने के बाद टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली को वनडे और टी ट्वेंटी टीम का नया कप्तान बना दिया गया. आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि धोनी ने मंगलवार (3 जनवरी) को कप्तानी छोड़ी थी.

~ महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह की साझेदारी {कटक एकदिवसीय}

ये हैं इस साल के वो 5 बड़े ऐसे पल जो भारतीय खेल प्रेमी चाहकर भी कभी नहीं भुला पाएंगे 3

भारत और इंग्लैंड के बीच कटक के बाराबाती स्टेडियम में खेला गया यह मुकाबला भारतीय क्रिकेट टीम और फैंस के लिए हमेशा हमेशा के लिए यादगार और कभी ना भुलाए जाने वाला मैच बन गया. जी हाँ ! यह वही मैच था, जहाँ महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह की जोड़ी ने एक बेहद ही लम्बे अर्से के बाद एक ऐसी साझेदारी निभाई थी, जो इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गयी.

इस मैच में मेजबान टीम इंडिया की शुरुआत एकदम निराशाजनक रही थी. टीम के तीन विकेट कप्तान विराट कोहली सहित मात्र 25 रनों पर गिर गये थे, लेकिन इसके बाद युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी की जोड़ी ने पारी को संभाल लिया. दोनों दिग्गजों के बीच चौथे विकेट के लिए 256 रनों की साझेदारी हुई.

इस मैच में युवराज सिंह ने अपने करियर की सबसे बड़ी 150 रनों की पारी खेली, तो एमएस धोनी के बल्ले से भी 134 रनों की तूफानी पारी निकली. टीम इंडिया यह मुकाबला 15 रनों से जीती थी.

~ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल 

ये हैं इस साल के वो 5 बड़े ऐसे पल जो भारतीय खेल प्रेमी चाहकर भी कभी नहीं भुला पाएंगे 4

इस साल का सबसे बड़ा मुकाबला भारत और पाकिस्तान की टीम के बीच 18 जुलाई को खेला गया था. जब टीमें आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहली बार आमने सामने थी. सभी को उम्मीद थी, कि विराट कोहली की अगुवाई में टीम इंडिया यह मुकाबला जीतने में जरुर सफलता हासिल करेगी, लेकिन जो हुआ वह इतिहास बन गया.

मैच की शुरुआत विराट कोहली के टॉस जीतकर गेंदबाजी करने के साथ हुई थी. पाकिस्तान की टीम ने पहले खेलते हुए मात्र चार विकेट के नुकसान पर 338 रनों का विशाल स्कोर बनाया. टीम इंडिया के गेंदबाजो की जमकर खबर ली थी, पाक बल्लेबाजो ने.

सभी को इस बात की पूरी उम्मीद थी, कि टीम इंडिया के बल्लेबाज 339 रनों के लक्ष्य को हासिल कर टीम को ख़िताब जीतने में सफल रहेंगे. मगर ऐसा ना हो गया. विशाल बैटिंग लाइन अप के लिए प्रसिद्ध टीम इंडिया फाइनल में 158 रनों पर ढेर हो गयी और 180 रनों के बड़े अंतर से मैच हार गयी.

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में यह पहला ऐसा मौका था, जब पाकिस्तान की टीम यह बड़ा ख़िताब जीतने में सफल हुई हो. भारतीय खेल प्रेमी आज भी इस हार को नहीं भुला सके हैं.

~ कोहली – कुंबले विवाद 

ये हैं इस साल के वो 5 बड़े ऐसे पल जो भारतीय खेल प्रेमी चाहकर भी कभी नहीं भुला पाएंगे 5

इस साल इंडियन क्रिकेट में सबसे ज्यादा चर्चा का मुद्दा भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और पूर्व कोच अनिल कुंबले का रहा. आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान के हाथों मिली शर्मनाक हार के ठीक दो दिन के बाद ही अनिल कुंबले ने अपने मुख्य कोच के पद से इस्तीफा देकर सभी को हैरानी में डाल दिया.

अनिल कुंबले ने बीसीसीआई को अपने इस्तीफे की जानकारी दी और अपने द्वारा लिखे एक पत्र में लिखा, कि ”टीम के कप्तान विराट कोहली को मेरे कप्तानी करने का तरीके और स्टाइल पसंद हैं, इसलिए बेहतर यही रहेंगा कि मैं अब आगे की ओर ध्यान दू….”

अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद चारों ओर विराट कोहली की जमकर आलोचना हुई. सभी का ऐसा मानना था, कि कप्तान कोहली ने जो कुछ भी दिग्गज अनिल कुंबले के साथ किया वह सही नहीं था. इतना ही नही कुछ ही समय के बाद विराट कोहली ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अनिल कुंबले को अनफॉलो तक कर दिया. यह इस साल का वाकई में सबसे चर्चित मुद्दा रहा.

~ कुलदीप यादव की हैट्रिक 

ये हैं इस साल के वो 5 बड़े ऐसे पल जो भारतीय खेल प्रेमी चाहकर भी कभी नहीं भुला पाएंगे 6

इस साल के चर्चित और यादगार लम्हों में युवा चाइनामैन स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव की हैट्रिक भी रही. कुलदीप यादव ने विश्व विजेता ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक लेकर सभी को चौंका दिया. कुलदीप यादव ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता के सुप्रसिद्ध ईडन गार्डन के मैदान पर हैट्रिक ली.

अपनी हैट्रिक में स्पिनर कुलदीप यादव ने एशटन एगर, मैथ्यू वेड और पेट कम्मिंस के शिकार किये थे. मेजबान टीम इंडिया यह मुकाबला 50 रनों से जीतने में सफल रही थी. आप सभी की जानकारी के लिए बता दे, कि कुलदीप यादव वनडे क्रिकेट में टीम इंडिया के लिए हैट्रिक लेने वाले पहले स्पिन गेंदबाज हैं.

Akhil Gupta

Content Manager & Senior Writer at #Sportzwiki, An ardent cricket lover, Cricket Statistician.