हाल ही में इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान में पाकिस्तान को इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज खेली गयी. पहला टेस्ट मैच पाकिस्तान ने अपने नाम कर लिया था, लेकिन दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड की जीत के साथ पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच की टेस्ट सीरीज ड्रॉ हो गई.
युवा टीम पर है गर्व
पाकिस्तान के कप्तान सरफ़राज़ अहमद ने कहा है कि, हेडिंग्ले में पारी के अंतर से मिली हार के बावजूद उन्हें अपनी युवा टीम पर गर्व है. हालांकि वो इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने का मौका चूक गए. दो मैचों की ये सीरीज 1-1 से ड्रॉ रही. पहला टेस्ट पाकिस्तान ने नौ विकेट से जीता था. पाकिस्तान ने 1996 के बाद से इंग्लैंड में कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है.
हमने नहीं सोचा था कि हम एक भी मैच जीतेंगे
सरफराज ने पत्रकारों से कहा,
“जब हम यहां आए थे तब किसी ने सोचा नहीं था कि हम एक मैच भी जीतेंगे. हमने लॉर्ड्स पर शानदार खेल दिखाया. गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग सभी कुछ परफेक्ट था. हमारे पास सीरीज जीतने का मौका था, लेकिन हम यहां अच्छा नहीं खेल सके. इसके बावजूद मुझे अपनी युवा टीम पर फख्र है. अब्बास, शादाब, फहीम अशरफ सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया. मुझे सीरीज 1-1 से ड्रॉ रहने का कोई दुख नहीं है.”
हमे बेहतर टेस्ट टीम बनने में मिलेगी मदद
चैंपियंस ट्रॉफी विजेता पाकिस्तानी कप्तान ने कहा,
“हमने अपना आखिरी टेस्ट अक्टूबर में खेला था, जब आप पांच-छह महीने के अंतर के बाद टेस्ट मैच खेलते हो तो ये मुश्किल होता है. टेस्ट क्रिकेट अलग फॉर्मेट है, आपको पांच दिन के खेल में अपने आपको ढालना होता है. अगर आपको दो-तीन दिन के लिए फील्डिंग करनी पड़ती है, तो ये मुश्किल होता है. आप जितना ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेलते तो उतने ही बेहतर टेस्ट खिलाड़ी बनते जाते हो. अब हमारे पास यूएई में पांच टेस्ट मैच (दो मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ और तीन न्यूजीलैंड के खिलाफ) हैं. उसके बाद हमें दक्षिण अफ्रीका में तीन टेस्ट मैच खेलने हैं, इससे हमे बेहतर टेस्ट टीम बनने में मदद मिलेगी.”