बुधवार, 10 जुलाई यह वह दिन था, जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में कोई भी खेल प्रेमी कभी याद नहीं रखना चाहेंगा. इसी दिन विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को ना सिर्फ हराया था, बल्कि देश के तीसरी बार वर्ल्ड कप जीतने के सपने को भी चकनाचूर करके रख दिया था.
बारिश के चलते दो दिनों तक खेला गया विश्व कप 2019 का यह पहला सेमीफाइनल मैच किवी टीम ने 18 रनों से जीता था और पूरे टूर्नामेंट में कमाल का खेल दिखाने वाली भारतीय टीम का सफर इस प्रतियोगिता में यही समाप्त हो गया था.
एक महीने बाद पन्त ने बताई हार की वजह
वर्ल्ड कप में सेमीफाइनल में मिली हार तमाम देशवासियों के साथ साथ टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए भी किसी बुरे सपने से कम नहीं थी. वेस्टइंडीज के विरुद्ध खेले जाने वाले अंतिम एकदिवसीय मैच से पहले विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पन्त ने मीडियाकर्मियों से इस हार के बारे में बात करते हुए कहा,
”वास्तव में वह हम सभी के लिए एक बुरा समय था, लेकिन प्रोफेशनल खिलाड़ी होने के नाते हम जानते थे कि सेमीफाइनल के पहले 45 मिनट हमें सबसे ज्यादा भारी पड़े. हम यह भी जानते थे कि हम मजबूती के साथ वापसी करने में सफल रहेंगे. हमें अपनी गलतियों से सीखने और लगातार खुद को बेहतर बनाये रखने की जरूरत है.”
ऐसा रहा था शुरू के 45 मिनट का हाल
इस बात में कोई शक नहीं है, कि न्यूजीलैंड के विरुद्ध टीम इंडिया को पहले 45 मिनट ही सबसे ज्यादा भारी पड़े थे. मजह 19 गेंदों के भीतर न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को टॉप ऑर्डर की धज्जियां उड़ाकर रख दी थी. उपकप्तान रोहित शर्मा, कप्तान विराट कोहली और लोकेश राहुल मात्र एक एक रन बनाकर आउट हो गये थे.
ऋषभ पन्त ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए 32 रन बनाये थे, जबकि रविंद्र जडेजा 77 और महेंद्र सिंह धोनी 50 रनों की पारी खेलने में कामयाब हुए थे. 48.3 ओवर में एमएस धोनी के रन आउट होने के साथ टीम इंडिया के फाइनल में जगह बनाने की अंतिम उम्मीद भी टूट गई थी.