भारतीय टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर देश की जर्सी और कैप को लेकर काफी संवेदनशील रहते हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच बुधवार एशिया कप का मैच खेला गया. इस दौरान गावस्कर ने जब फखर ज़मान को देश की कैप के साथ असंवेदनशील होते देखा तो वह काफी नाराज़ हुए.
गावस्कर ने अपने अंकल से सीखा था राष्ट्रीय जर्सी का सम्मान करना
सुनील गावस्कर इस बात को लेकर काफी संवेदनशील रहते हैं कि खिलाड़ी जर्सी और कैप के साथ किस तरह सुलूक करते हैं. उन्होंने ये सब अपने अंकल माधव मंत्री से सीखा. जब वह छोटे थे तो अपने अंकल से वह उनका पुलओवर माँगा करते थे. इस पर उनके अंकल ने कहा कि इसे कमाना पड़ता है.
यही कारण है कि जब सुनील गावस्कर ने मैच के दौरान फखर ज़मान को गलत तरीके से कैप लगाए हुए देखा तो इसकी उन्होंने आलोचना की. ज़मान पारी का 18वां ओवर कर रहे थे.
उन्होंने कैप अंपायर को देने की बजाय उल्टी करके लगा ली. जोकि उसे लगाने का सही तरीका नहीं है. इस तरह सामन्यता किसी रैपर को ऐसे कैप लगाए हुए देखा जाता है.
कमेंट्री कर रहे गावस्कर ने कहा ”किसी को या उनकी टीम के कप्तान को उन्हें बताना चाहिए कि यह नेशनल कैप है और इसे उचित ढंग से ही पहना जाता है. आप यह सब पाकिस्तान सुपर लीग(पीएसएल) में कर सकते है, लेकिन नेशनल टीम में नहीं.”
इसके बाद जब फखर ज़मान अगला ओवर लेकर आए तो उन्होंने कैप अंपायर को दी. वहीं इसी बीच सुनील गावस्कर का ध्यान दिनेश कार्तिक की जर्सी की ओर गया. कार्तिक की जर्सी पर उनका नाम डीके लिखा हुआ है.
इस पर गावस्कर ने कहा कि हो सकता है कि ये उनका निकनेम हो. लेकिन चूंकि जर्सी पर नंबर लिखा है तो लोग उन्हें उनके नाम से पहचानेगे. फिर भी उन्होंने इस पर डीके क्यों लिखाया है. उन्हें पूरा नाम लिखवाना चाहिए.