जब स्वघोषित बाबा गुरमीत राम रहीम के अनुनायियों ने पंजाब और हरियाणा में आंतक मचाकर हिंसा का नंगा नाच खेल रहे थे, तो उसी बीच हरियाणा पुलिस का एक जांबाज सब इंस्पेक्टर ने गजब की हिम्मत दिखाते हुए दंगे में फंसे लोगों का फरिश्ता साबित हुआ और डेरा के उपद्रवियों का डटकर मुकाबला करते हुए सैंकड़ों की जान बचाई।
स्वर्ण पदक विजेता ने दिखायी अपनी जाबांजी-
हरियाणा पुलिस का जांबाज सब इंस्पेक्टर कोई और नहीं बल्कि एक स्वर्ण पदकर विजेता है। अनिल कुमार नाम का यह शख्स साल 2010 के काॅमनवेल्थ गेम्स के मेन्स ग्रीको-रोमन 96 कुश्ती वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता रहा है। अपनी अटूट साहस और जाबांजी के बल पर डेरा समर्थकों के अनुनायियों को खदेड़ते हुए सैकड़ों निर्दोषों की जान बचाने का कारनामा किया।
लोगों के लिए बन गया फरिश्ता-
टाॅइम्स आॅफ इण्डिया के मुताबिक,जब गुरमीत राम रहीम के हिंसक सर्मथर्कों के आगे सुरक्षाकर्मी घुटने टेकते हुए नजर आ रहे थे। इसके अलावा सशस्त्र सीमा बल, सीआरपीएफ और हरियाणा के जवान को दंगाई को भगाने में पसीने छुट रहे थे, उसी बीच 37 वर्षीय हरियाणा पुलिस का जांबाज इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने साहस दिखाते हुए डेरा सर्मथर्कों को खदेड़ दिया।
जीता है कई पदक-
पहलवान अनिल कुमार ने काॅमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने के अलावा कई और स्थानीय कुश्ती वर्ग मुकाबलों में बाजी मारते हुए कई पदक अपने नाम किए थे, जिसके बाद उन्हें हरियाणा में पुलिस की नौकरी मिल गयी थी।
राम रहीम के अनुनायियों ने मचाया जमकर उत्पात-
आपको बता दे, बाबा राम रहीम के ऊपर यौन शोषण का आरोप लगा था, जिसे सीबीआई कोर्ट ने दोषी करा दिया था। दोषी दिए जाने के बाद बलात्कारी बाबा रहीम के गुंडोंं ने पूरे पंजाब और हरियाणा में जमकर उत्पात मचाते हुए कई जगह आगजनी कर दी। जिसके कारण करीब 30 लोगों की मौत हो गयी।
राम रहीम के अनुनायियों द्वारा की गयी हिंसा में सबसे ज्यादा नुकसान पंचकुला में हुआ, जहां पर सैंकड़ों गाड़ियां और सरकारी दफ्तरों मे आग लगाकर जमकर उत्पात मचाया।